झारखंड में लोकसभा चुनाव के लिए 13 मई को वोटिंग होनी है। ऐसे में मतदान से ठीक पहले JMM ने पार्टी में रहकर बगावती तेवर दिखाने वाले नेताओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। झामुमो ने बसंत लौंगा और चमरा लिंडा पर कार्रवाई करने के बाद अब गांडेय से पूर्व विधायक जेपी वर्मा पर कार्रवाई की है। पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया है। बता दें कि ये कोडरमा लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।
गौरतलब है कि जेपी वर्मा ने टिकट नहीं मिलने पर कोडरमा से पर्चा दाखिल किया है। कोडरमा सीट से इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी विधायक विनोद सिंह चुनावी मैदान में हैं। पार्टी के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडे के हस्ताक्षर से जारी पत्र के मुताबिक झामुमो केंद्रीय अध्यक्ष के आदेश पर जेपी वर्मा को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया गया है और निलंबित कर दिया गया है। झामुमो के जेपी वर्मा के निलंबन की जानकारी गिरिडीह जिला अध्यक्ष संजय सिंह और कोडरमा जिला अध्यक्ष वीरेंद्र पांडे को भी दी गयी है।
बता दें कि जेपी वर्मा गांडेय विधानसभा सीट से विधायक भी रह चुके हैं। वह यहां बीजेपी कोटे से विधायक रह चुके हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्हें झामुमो प्रत्याशी डॉ.सरफराज अहमद से हार मिली थी। पिछले साल वह बीजेपी छोड़कर झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हो गए थे। उन्हें उम्मीद थी कि इंडिया गठबंधन में कोडरमा सीट झामुमो को मिलेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
कोडरमा सीट भाकपा माले के खाते में गई और बगोदर विधायक विनोद कुमार सिंह उम्मीदवार बने। इसके बाद जेपी नाराज रहने लगे। इस बीच वह लगातार मैदान में रहे और आखिरकार उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया।
झामुमो ने जेपी वर्मा के ऊपर की गयी कार्रवाई को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। जिसमें उन पर कोडरमा लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल कर गठबंधन धर्म के विपरीत काम करने की बात कही गयी है। ये कार्रवाई पार्टी अध्यक्ष शिबू सोरेन के निर्देशानुसार हुई है।