लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी में आज यानि 19 दिसंबर का दिन खास है। भाजपा और नरेंद्र मोदी की हैट्रिक रोकने के लिए I.N.D.I.A. नाम की फील्डिंग तो लग गई, लेकिन इसके खिलाड़ी न कप्तान तय कर पा रहे हैं और न ही अपनी जगह पर टिक पा रहे हैं। I.N.D.I.A. का मकसद तो यह था कि देश भर में विपक्ष के नेता भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर बड़ी ताकत बनें। लेकिन हकीकत यह है कि इसके दल अपने ताकत की आजमाइश आपस में ही करते दिख रहे हैं। कुलमिलाकर 19 दिसंबर को I.N.D.I.A. की चौथी बैठक से ठीक पहले की स्थिति यह है कि चार पार्टियों ने पांच राज्यों में गठबंधन की गांठों को उलझा दिया है। हालात इन्हीं पांच राज्यों में खराब हैं तो दो अन्य राज्य ऐसे भी हैं, जिनमें हालात बेहतर नहीं हैं।
इन राज्यों में उलझी I.N.D.I.A. की गांठें
- पश्चिम बंगाल : ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी I.N.D.I.A. की सदस्य तो है लेकिन सक्रिय नहीं है। I.N.D.I.A. की तीसरी बैठक में पांच कमेटियां बनी और हर कमेटी में टीएमसी को सदस्य नॉमिनेट करना था। लेकिन ममता ने इसकी जरुरत नहीं समझी, उनकी पार्टी का सदस्य एक ही कमेटी में शामिल हुआ। यही नहीं ममता यह भी साफ कह रही हैं कि कांग्रेस के पास दो सीटें हैं और वे बातचीत के लिए तैयार हैं लेकिन बात उचित हो। ममता का इशारा कांग्रेस को कम से कम सीटें देने पर है। बंगाल में लेफ्ट भी सक्रिय है। अगर कांग्रेस की ममता से नहीं बनी तो लेफ्ट के बंगाल में ममता को वॉकओवर देने का फैसला भी खटाई में ही पड़ सकता है।
- उत्तर प्रदेश : समाजवादी पार्टी और आईएनएलडी यूपी के दल हैं और I.N.D.I.A. के सदस्य हैं। लेकिन कांग्रेस की महत्वकांक्षा को ये दोनों दल उत्तर प्रदेश में आगे बढ़ने नहीं देना चाहते। कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व भी अपनी पार्टी को लेकर खासा संजीदा है। दूसरी ओर अखिलेश यादव को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में टरका कर कांग्रेस ने पहले से उन्हें थोड़ा नाराज कर दिया था। हालांकि I.N.D.I.A. की चौथी बैठक के बाद अखिलेश और जयंत के रुख पर आगे की स्थिति निर्भर करेगी।
- दिल्ली : आम आदमी पार्टी के जीते दिल्ली में लोकसभा की सीटें सात हैं। इनमें पिछले दो चुनावों में भाजपा छोड़ किसी दल की दाल नहीं गल रही। इसके बावजूद दिल्ली को लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच कोई समझौता नहीं हो पा रहा है। न कांग्रेस पीछे हटने को तैयार दिख रही है और न ही आप दिल्ली को छोड़ने के मूड में है।
- पंजाब : दिल्ली की तरह पंजाब में भी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच मतभेद टॉप पर है। वहां भी सीटों पर बंटवारा होता नहीं दिख रहा है। आम आदमी पार्टी के पास भले ही अभी लोकसभा की कोई सीट नहीं है लेकिन वे पंजाब की सभी 13 सीट लड़ना चाहते है।
- केरल : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से सांसद हैं। लेकिन वहां लेफ्ट सत्ता में है। यहां भी सीटों का बंटवारा आसान नहीं है क्योंकि यही दोनों दल मुख्य प्रतिद्धंदी हैं।
इन राज्यों में सुलह का इंतजार
- बिहार : यहां I.N.D.I.A. के सहयोगी दल जदयू, राजद और कांग्रेस हैं। ये तीनों यहां सरकार चला रहे हैं लेकिन यहां लोकसभा सीटों का बंटवारा अभी तक नहीं हुआ है।
- महाराष्ट्र : यहां कांग्रेस, एनसीपी शरद पवार गुट और शिवसेना उद्धव गुट मिलकर सरकार चला चुके हैं लेकिन सीटें महाराष्ट्र में भी अभी तक फाइनल नहीं हैं।