लोकसभा चुनाव 2024 के चौथे चरण में बिहार की पांच सीटों पर मतदान होना है। इनमें दरभंगा, बेगूसराय, उजियारपुर, समस्तीपुर, मुंगेर सीटों पर मतदान होना है। इन सीटों पर दो केंद्रीय मंत्रियों की चुनावी किस्मत का फैसला होना है। तो यह चरण महागठबंधन की असली ताकत को तौलने वाला भी है। इसका कारण यह है कि इस चरण की सभी सीटें कम से कम पिछले तीन चुनावों से एनडीए के उम्मीदवारों के पास ही हैं।
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चौथे चरण में बिहार की 5 सीटों का हाल
- दरभंगा : इस सीट पर आखिरी गैर एनडीए उम्मीदवार के रूप में अली अशरफ फातमी 2004 में जीते थे। लेकिन इस बार फातमी को राजद ने मधुबनी शिफ्ट कर दिया है और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री ललित यादव को मौका मिला है। ललित यादव की टक्कर पिछले चुनाव में 2.67 लाख वोटों से जीतने वाले गोपालजी ठाकुर से होगी। इस सीट पर 2009 और 2014 में कीर्ति आजाद जीते थे। तब वे भाजपा में थे, आज टीएमसी में हैं और बिहार की राजनीति से किनारे हो चुके हैं।
- बेगूसराय : चौथे चरण की पांच सीटों में बेगूसराय ऐसी सीट है, जहां पिछले चार चुनाव एनडीए उम्मीदवारों ने जीते हैं। 2004 में ललन सिंह, 2009 में मोनाजिर हसन, 2014 में भोला सिंह और 2019 में गिरिराज सिंह जीते थे। गिरिराज सिंह 2024 में भी उम्मीदवार हैं और उनके सामने सीपीआई के अवधेश कुमार राय हैं। गिरिराज ने 2019 में सीपीआई के कन्हैया को 4.22 लाख वोटों से हराया था।
- उजियारपुर : इस सीट पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय की हैट्रिक दांव पर लगी हुई है। तीन चुनावों से इस सीट का अस्तित्व है और हर चुनाव में एनडीए को ही जीत मिली है। पिछले चुनाव में 2.77 लाख वोटों से जीत दर्ज करने वाले नित्यानंद राय के सामने इस बार बिहार सरकार के पूर्व मंत्री आलोक कुमार मेहता हैं।
- समस्तीपुर : दो मंत्री संतानों की दावेदारी में फंसी समस्तीपुर सीट पर एनडीए का कब्जा पिछले तीन लोकसभा चुनाव और एक उपचुनाव में रहा है। गैर एनडीए सांसदों में आखिरी नाम आलोक कुमार मेहता का है जो यह संसदीय सीट छोड़कर उजियारपुर शिफ्ट हो गए हैं। इस बार यहां से दोनों गठबंधनों की ओर से नए उम्मीदवार हैं। इसमें एनडीए से शांभवी चौधरी और महागठबंधन से सन्नी हजारी हैं। दोनों के पिता नीतीश सरकार में एक साथ मंत्री हैं लेकिन ये दोनों एक दूसरे के खिलाफ लड़ रहे हैं। इस सीट पर 2020 में हुए उपचुनाव में एनडीए उम्मीदवार ने 1 लाख से अधिक वोटों से जीत दर्ज की थी।
- मुंगेर : इस सीट पर ललन सिंह लगातार चौथी बार चुनाव लड़ने जा रहे हैं। पिछले तीन चुनाव में दो बार ललन सिंह एनडीए उम्मीदवार के तौर पर उतरे तो उन्हें जीत मिली। 2014 के चुनाव में एनडीए उम्मीदवार वीणा देवी थीं, तो ललन सिंह के नसीब में हार आई थी। वैसे ललन सिंह इस बार फिर एनडीए में आ चुके हैं। पिछले चुनाव में 1.67 लाख वोटों से जीत दर्ज करने वाले ललन सिंह का मुकाबला बाहुबली अशोक महतो की पत्नी अनीता देवी से है।