विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A में टकराव की चर्चा इनदिनों काफी तेज हो गई है। तीन बड़े राज्यों में गठबंधन की गाँठ ढीली पड़ती हुई दिख रही है। ये तीन राज्य हैं यूपी, बिहार और पश्चिम बंगाल। तीनों राज्यों की क्षेत्रीय पार्टियाँ किसी न किसी बात को लेकर गठबंधन पर ही सवाल खड़ा कर रहे हैं। गठबंधन में शामिल दलों के बीच ही आपसी टकराव हो रहा है। यूपी में अखिलेश की सपा के नेता पार्टी छोड़कर कांग्रेस में जा रहे हैं। बिहार में नीतीश कुमार कांग्रेस पर तीखा तंज कस रहे हैं। वहीं पश्चिम बंगाल में त्रिकोणीय लड़ाई टीएमसी, सीपीआई(एम) और कांग्रेस के बीच जारी है।
कांग्रेस से अखिलेश नाराज
लोकसभा सीटों के मामले में सबसे बड़े राज्य यूपी में भी I.N.D.I.A गठबंधन में दरार बढ़ रही है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव की नाराजगी दिन-प्रतिदिन कांग्रेस से बढ़ती जा रही है। जिस कांग्रेस के साथ सपा I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल है उसी कांग्रेस के खिलाफ मध्यप्रदेश में सपा ने अपने उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ और अखिलेश यादव की बीच के वाद-विवाद ने भी कांग्रेस और सपा के बीच की दूरियों को बढ़ाया है। अखिलेश यादव को ताजा झटका तब लगा है जब लखीमपुर खीरी से तीन बार के सांसद और प्रमुख कुर्मी (ओबीसी) नेता रवि प्रकाश वर्मा ने पार्टी छोड़ दी है। वह अब कांग्रेस में शामिल होने के लिए तैयार हैं।
नीतीश के निशाने पर कांग्रेस
I.N.D.I.A को लेकर कवायद शुरू करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी कांग्रेस से नाराज दिख रहे हैं। I.N.D.I.A की धीमी पड़ी रफ़्तार के लिए नीतीश कुमार कांग्रेस को ही जिम्मेदार मानते हैं। कुछ दिनों पहले सीपीआई की एक रैली में नीतीश कुमार ने कांग्रेस को अपने निशाने पर लिया था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस को गठबंधन की चिंता नहीं है। अभी वे पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में व्यस्त हैं। चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद गठबंधन के बारे में आगे बात करेंगे।
उन्होंने कहा था कि विपक्षी गठबंधन के नेता कांग्रेस को बढ़ाना चाहते हैं। लेकिन अभी कांग्रेस के नेता विधानसभा चुनाव में ही व्यस्त हैं। उन्हें गठबंधन के लिए समय नहीं मिल पा रहा है। अब विधानसभा चुनाव पूरे होने के बाद ही इस पर बात होगी। ऐसी खबर है कि इस बयान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नीतीश कुमार को कॉल किया और मान-मनौव्वल कर रहे हैं।
पश्चिम बंगाल में लड़ाई
I.N.D.I.A गठबंधन के लिए अच्छी खबर पश्चिम बंगाल से भी नहीं है। टीएमसी, सीपीआईएम और कांग्रेस के बीच आपसी टकराव कम होने का नाम नहीं ले रहा। पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान ममता बनर्जी ने कांग्रेस और सीपीआई को भाजपा का बी टीम बता दिया था। वहीं सीताराम येचुरी का कहना है कि टीएमसी भाजपा का विकल्प नहीं है और न ही हो सकती है। जब अवसर आता है तो टीएमसी NDA से समझौता कर लेती है। उन्होंने पहले भी ऐसा किया है और भविष्य में भी ऐसा कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल में हमारी लड़ाई टीएमसी और बीजेपी दोनों के खिलाफ है। यदि पश्चिम बंगाल में टीएमसी और सीपीआईएम अलग-अलग लड़ेंगे तो बड़ा सवाल ये होगा कि कांग्रेस किसका साथ देगी। एक सवाल ये भी कि I.N.D.I.A गठबंधन का क्या होगा?