जमुई लोकसभा (Jamui Loksabha) क्षेत्र के लिए चुनाव पहले ही फेज में होना है। उम्मीदवारों की घोषणा हो चुकी है। नामांकन का काम पूरा है। अब वोटिंग में भी एक हफ्ते से कम का वक्त बचा है। जीत के दावे सभी उम्मीदवार कर रहे हैं। लेकिन सीट का इतिहास बताता है कि यहां चिराग पासवान का दबदबा पिछले दो चुनावों में आगे बढ़ा है। चिराग पासवान ने अपनी चुनावी राजनीति की शुरुआत जमुई से की थी। 2014 और 2019 का चुनाव चिराग जमुई से ही जीते थे। पहले चुनाव के मुकाबले दूसरे चुनाव में चिराग पासवान अपनी जीत के अंतर को तिगुना करने में सफल रहे थे। ऐसे में निगाहें अब अरुण भारती पर हैं, कि उनका परफॉर्मेंस क्या रहता है।
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दरअसल, Jamui Loksabha 2009 में अस्तित्व में आई। इससे पहले 1952 से 1971 तक भी जमुई सीट थी। लेकिन 1977 से 2004 तक के चुनावों में यह सीट नहीं थी। 1971 तक हुए चार चुनावों में जमुई की सीट पर कांग्रेस तीन बार जीती। आखिरी चुनाव 1971 में हुआ, जिसमें सीपीआई के भोला मांझी जीते थे। इसके बाद 2009 में दुबारा इस सीट पर चुनाव हुआ तो जदयू के भूदेव चौधरी जीते।
लेकिन 2014 में Jamui Loksabha में एंट्री हुई चिराग पासवान की। 2009 में भी यहां से भूदेव चौधरी एनडीए उम्मीदवार के रूप में जीते थे। 2014 में चिराग पासवान एनडीए के उम्मीदवार थे। जबकि जदयू एनडीए से अलग हो चुकी थी। तब चिराग पासवान ने वह चुनाव 85,947 वोटों से जीता था। चिराग पासवान को उस चुनाव में 2,85,352 वोट मिले थे। जबकि राजद के सुधांशु भास्कर को 1,99,407 वोट मिले। जदयू ने उदय नारायण चौधरी को उतारा था। वे भी 1,98,599 वोट लाने में सफल रहे थे।
2019 में जदयू वापस एनडीए का हिस्सा बन गई थी और एक बार फिर जमुई से चिराग पासवान ही एनडीए के उम्मीदवार बने। इस चुनाव में चिराग पासवान के जीत का अंतर 2014 के मुकाबले लगभग तिगुना हो गया। उस चुनाव में चिराग पासवान 2,41,049 वोटों से जीते। जबकि दूसरे नंबर पर रहे पूर्व सांसद भूदेव चौधरी, जो रालोसपा से लड़े थे। उन्हें 2,87,716 वोट मिले थे।
Jamui Loksabha में अरुण भारती का है अर्चना कुमारी से मुकाबला
इस बार एनडीए उम्मीदवार हैं अरुण भारती, जो चिराग पासवान की पार्टी के ही हैं। वे रामविलास पासवान के दामाद और चिराग के जीजा हैं। उनके खिलाफ राजद ने अर्चना कुमारी को चुनावी मैदान में उतारा है। अरुण भारती के समर्थन में रैली के लिए चिराग पासवान के साथ पीएम मोदी, सीएम नीतीश कुमार, पूर्व सीएम जीतन राम मांझी समेत पूरा एनडीए परिवार जा चुका है। अब देखना यह है कि 2024 में अरुण भारती का प्रदर्शन कैसा रहता है।