बिहार की राजधानी पटना में लोकसभा चुनाव आखिरी फेज में है। पटना में दो लोकसभा सीटें हैं, पटना साहिब और पाटलिपुत्र। दोनों सीटों पर भाजपा के दो पूर्व केंद्रीय मंत्री इस बार भी उम्मीदवार है। पटना साहिब सीट की बात करें तो यहां से रविशंकर प्रसाद को भाजपा ने एक बार फिर मौका दिया है। वैसे कांग्रेस ने लगातार चौथी बार प्रत्याशी बदला है। तो दूसरी ओर चुनाव से ठीक पहले भाजपा ने कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी शेखर सुमन को अपनी पार्टी में शामिल करा लिया है।
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मंगलवार, 7 मई को भाजपा में शामिल होने के बाद अभिनेता शेखर सुमन ने दिल्ली में कहा कि “कल तक मुझे नहीं पता था कि मैं आज यहां बैठूंगा क्योंकि जीवन में कई चीजें जाने-अनजाने में होती हैं। मैं यहां बहुत सकारात्मक सोच के साथ आया हूं और भगवान का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं कि उसने मुझे यहां आने का आदेश दिया।”
2009 में पटना साहिब से कांग्रेस प्रत्याशी रहे थे शेखर सुमन
आपको बता दें कि शेखर सुमन ने पटना साहिब लोकसभा सीट से 2009 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। तीसरे स्थान पर रहे शेखर सुमन को 61 हजार वोट मिले थे। परिसीमन के बाद 2008 में बनी पटना साहिब सीट पर कांग्रेस हर बार नया उम्मीदवार देती रही है लेकिन उसका नतीजा नहीं बदला। हर बार सीट भाजपा ने जीती है। 2009 में कांग्रेस ने शेखर सुमन को लड़ाया था। तो 2014 में कुणाल सिंह को। 2019 में कांग्रेस ने भाजपा के टिकट से 2009 और 2014 का चुनाव जीतने वाले शत्रुघ्न सिन्हा को लड़ाया, लेकिन तब भी कांग्रेस को हार ही मिली। इस बार कांग्रेस ने पटना साहिब सीट से पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार के बेटे अंशुल अविजित को उम्मीदवार घोषित किया है।