बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल से चाहते हैं कि भाजपा केंद्र से हट जाए। इसके पीछे नीतीश कुमार का मकसद है कि भाजपा के हटने के बाद बिना पक्षपात बिहार का विकास संभव हो सकता है। यह दावा किया है बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने। सोमवार को राहुल गांधी के साथ रैली करने के बाद तेजस्वी यादव ने एक्स पर ट्वीट करते हुए एक वीडियो जारी किया है। इसमें तेजस्वी यादव ने लिखा है कि “हम जानते है कि हमारे आदरणीय चाचा जी दिल से चाहते है कि BJP केंद्र से हटे ताकि बिहार का बिना पक्षपात अच्छे से विकास हो। हम उन्हीं की मुहिम “जो चौदह में आए है वो चौबीस में जाएंगे” को आगे बढ़ा रहे है। बीजेपी एकदम सफ़ाचट हो रही है।”
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तेजस्वी ने जो वीडियो जारी किया है उसमें तेजस्वी कह रहे हैं कि “कल ही चाचा जी बोल दिए कि उनकी इच्छा है कि नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री बन जाएं। कभी न कभी अंदर की बात सामने आ ही जाती है। मोदी जी के नामांकन में चाचा जी नहीं गए।” तेजस्वी यादव ने आगे भोजपुरी में कहा है कि “अरे, बूझे वाला बूझता कि सोना ह कि पीतर ह।” तेजस्वी ने कहा कि “सब समझने वाले समझते हैं।” तेजस्वी के इस बयान पर बवाल मचना तय है क्योंकि जदयू तो भाजपा के साथ चुनाव लड़ रही है।
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव में भाजपा और जदयू का गठबंधन है। यह गठबंधन चुनाव की घोषणा से महज डेढ़ माह पहले हुआ है। इस गठबंधन के होने का सबसे पहला असर यह हुआ था कि तेजस्वी यादव और राजद बिहार की सत्ता से बाहर हो गए थे।