बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का राजनीतिक दुश्मन नंबर 1 बदल गया है। पहले माना जाता था कि नीतीश कुमार ने उन्हें 2017 में सत्ता से बेदखल किया तो उनके दुश्मन नंबर 1 वही हैं। लेकिन 2022 में दोनों एक साथ हो गए तो यह धारणा बदल गई। इसके बाद तेजस्वी के दुश्मन नंबर 1 भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और मौजूदा डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी बन गए। सम्राट के लालू परिवार पर चुभते बयानों पर तेजस्वी के जवाब इसी ओर इशारा कर रहे थे। लेकिन बीच लोकसभा चुनाव में तेजस्वी का दुश्मन नंबर 1 का खिताब अब चिराग पासवान की ओर शिफ्ट हो गया है। तेजस्वी कभी चिराग को अनुभवहीन बता रहे हैं तो कभी कुछ। अब तेजस्वी ने चिराग पासवान पर बड़ा हमला किया है।
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तेजस्वी ने कहा कि “चिराग पासवान को याद रखना चाहिए कि उनके साथ क्या व्यवहार भाजपा ने किया था। लेकिन वे फिर भी हनुमान बने हुए हैं। कोई भी खुदगर्ज आदमी होता तो उनके साथ नहीं रहता। लेकिन पता चिराग पासवान की अपनी सोच है, स्वतंत्र है, किसी के साथ रहने के लिए।” तेजस्वी ने आगे कहा कि “चिराग पासवान को आरक्षण की जानकारी नहीं है, न ही आरएसएस के इतिहास की जानकारी है। चिराग पासवान नादान हैं, उन्हें अपने पिता के भाषण को सुनना चाहिए। आंख बंद करके नहीं रहना चाहिए आंख खोल कर रहना चाहिए।”
इसके बाद तेजस्वी ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी हैं तो संविधान पर खतरा है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी हैं तो आरक्षण और लोकतंत्र पर खतरा है। तेजस्वी ने कहा कि चिराग पासवान तो खुद कहते थे कि जो संपन्न दलित हैं, उनको आरक्षण वापस लौटा देना चाहिए।