मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की वाराणसी स्थगित होने के बाद से बिहार में सियासत सरगर्मी तेज हो गई है। भाजपा लगातार इसको लेकर नीतीश पर हमलावर है वहीं जदयू ने रैली स्थगित होने के लिए बीजेपी को जिम्मेदार बता रही है। जदयू का कहना है कि बीजेपी के डर से नीतीश को वाराणसी में रैली करने के लिए जगह नहीं दिया गया। वहीं जिस कॉलेज के प्रिंसिपल पर जगह नहींं देने का आरोप है उसने जदयू के आरोप को गलत बताया है। उसका कहना है कि ना ही जगह के लिए बात हुई थी ना ही रैली के लिए कोई लिखित आवेदन दिया गया। जबकि भाजपा का कहना है कि भीड़ न जुट पाने की वजह से रैली रद्द कर दी गई है। वहीं इसको लेकर सम्राट चौधरी ने फिर से जदयू पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि जगह हम दिला देंगे, भीड़ जुटा ले जदयू।
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“वाराणसी में रैली के लिए नीतीश ने नहीं लिया था परमिशन“
वाराणसी में नीतीश की रैली को लेकर सम्राट चौधरी ने कहा कि जेडीयू ने वाराणसी में रैली के लिए कोई लिखित आवेदन वहां की सरकार को दिया नहीं था और ना ही किसी कॉलेज में ही रैली के लिए कोई आवेदन दिया गया था। जेडीयू के लोग सिर्फ बहाना बना रहे हैं और बहाना बनाकर जनता के बीच जाने से भागना चाहते हैं। नीतीश कुमार यूपी में कब रैली करना चाहते हैं बताएं, उनका स्वागत है। जगह की चिंता नीतीश कुमार छोड़ दे, बीजेपी उन्हें रैली के लिए अनुमति दिलाने का काम करेगी लेकिन रैली में भीड़ उन्हें खुद जुटानी पड़ेगी।
“गठबंधन की बैठक के लिए सम्राट कराएंगे चाय की व्यवस्था”
वहीं संसद की सुरक्षा में चूक के लिए विपक्षी दल बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया। इसपर सम्राट चौधरी ने कहा कि इसके पीछे जो भी लोग हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और उन्हें जेल में बंद किया जाएगा। वहीं दिल्ली में आगामी 19 दिसंबर को इंडी गठबंधन की बैठक पर सम्राट ने कहा कि कुछ लोग दिल्ली में बैठेंगे और चाय नास्ता करेंगे। पूरे देश के विरोधी वहां मिलेंगे, वहां चाय-नास्ता का जरुरत होगा तो बीजेपी व्यवस्था करेगी।