जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बिहार में बने महागठबंधन को अवसरवादी बता दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता ने इस सरकार को वोट नहीं दिया था। यह सरकार जुगाड़ टेक्नोलॉजी पर चल रही है, जिसे जनता का विश्वास प्राप्त नहीं है। उन्होंने महागठबंधन की नई सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी यह सरकार एक-दो सालों में पांच से दस लाख नौकरियां दे देती है तो मैं इनके समर्थन में अपना जन सुराज अभियान वापस ले लूंगा। बिहार के लोगों के हित में ऐसा हुआ तो सबसे ज्यादा खुशी मुझे ही होगी।
नीतीश सरकार नौकरियां कहां से दे पाएगी
प्रशांत किशोर ने कटाक्ष करते हुए कहा कि नीतीश सरकार बिहार में नियोजित शिक्षकों तो समय पर तनख्वाह नहीं दे पा रही है। नई नौकरियां कहां से दे पाएगी। उन्होंने कहा कि जन सुराज अभियान को बिहार में केवल कुछ महीने ही हुए हैं और प्रदेश की राजनीति 180 डिग्री घूम गई है। उन्होंने दावा किया कि अगला विधानसभा चुनाव आते-आते कई बार बिहार की राजनीति घूमेगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फेविकॉल की तरह अपनी कुर्सी पर बैठ गए हैं और बाकी पार्टियां कभी इधर तो कभी उधर हो रही है।