राजनीति के खेल में पासा कब पलट जाता है, इसका कोई हिसाब नहीं होता। पिछले साल तक पीएम उम्मीदवार के रूप में देखे जाने वाले नीतीश कुमार, शनिवार को पीएम मोदी के सामने बस एक मजाक बन कर रह गए। भाषण के दौरान उनके संबोधन और पीएम के प्रति उनका सरेंडर एक ही बात दर्शा रहा था सीएम नीतीश बिहार की राजनीति में हंसी के पात्र हो गए है। उनका रानीतिक अस्तितिव अब खत्म होता नजर आ रहा है।
दरअसल, शनिवार को पीएम मोदी ने बिहार वासियों को करोड़ों रूपये की योजनाओं का सौगात दिया। इस दौरान सीएम नीतीश ने उन्हें धन्यवाद देते हुए कहा कि पिछली बार जब आप आए थे तो हम गायब हो गए थे। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अब हम इधर-उधर नहीं जाएंगे। आपके साथ रहेंगे। सीएम नीतीश के इस बयान पर सामने बैठे पीएम मोदी सुन खुलकर हंसने लगे। उनकी हंसी और सीएम के संवाद में एक अलग की परिवर्तन देखने को मिला।
उन्होंने ये भी कहा कि मेरी इच्छा है कि प्रधानमंत्री बार-बार बिहार आते रहेंगे। वैसे भी देश में कोई इन्हें चुनौती देने वाला नहीं है। मुझे पूरा भरोसा है कि नरेंद्र मोदी की अगुआई में एनडीए इस लोकसभा चुनाव में 400 सीटें जीतेगा। प्रधानमंत्री बिहार में काम करें और बिहार सरकार इसका क्रेडिट उन्हें ही देगी। ऐसे में सीएम नीतीश के इस बयान के बाद से उनके चाहने वालों का मन थोड़ा दुखी हो गया है। वहीं, विपक्षी दल के लोगों का कहना है कि कल तक जो पीएम उम्मीदवार थे। आज हो गए हंसी के पात्र हो गए है।