लोकसभा चुनाव की घोषणा से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार दौरे पर आ रहे है। बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद पीएम मोदी का यह पहला बिहार दौरा है। 2 मार्च को पीएम मोदी बिहार के औरंगाबाद और बेगूसराय में कई योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पीएम मोदी के साथ मंच साझा करेंगे। बताते चलें सीएम नीतीश कुमार इसके पहले विधानसभा के 100वीं वर्षगांठ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा किया था उसके बाद बिहार में मुख्य बीजेपी की सरकार चली गई थी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महागठबंधन में शामिल हो गए। जिसके बाद सीएम नीतीश के नेतृत्व में इंडि गठबंधन बना। लेकिन एक बार फिर लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश इंडि गठबंधन और महागठबंधन को झटका देते हुए एनडीए में शामिल हो गए। और एक बार फिर बिहार दौरे पर आ रहे हैं पीएम के सभा में शामिल होंगे।
जदयू नेता ने की बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग
पीएम मोदी के बिहार दौरे को लेकर जनता जदयू के नेता काफी उत्साहित है। बजट सत्र के दौरान सदन में योजना मंत्री विजेंद्र यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक बार फिर बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा या फिर विशेष पैकेज की मांग कर डाली है , ताकि बिहार का विकास हो सके।
बिहार की जनता हिसाब-किताब करने के लिए पीएम को ढूढ़ रही
वहीं, राजद ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार आगमन को लेकर सवाल उठाए हैं । आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि चुनाव का मौसम आ गया है इसलिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बिहार याद आया है। चुनाव सर पर आ गया है इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार आ रहे हैं । उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने जो पहले से वादा किया है उसका क्या हुआ , डबल इंजन की सरकार बनने के बाद भी जनता दल यूनाइटेड बिहार के विशेष राज्य के दर्जें की मांग तो कर ही रही है , आर्थिक रूप से पिछड़े राज्यों में बिहार शामिल है तो क्या ऐसे में भारत के प्रधानमंत्री बिहार को विशेष राज्य का दर्जा या फिर आर्थिक विशेष पैकेज देंगे। जाति पर आधारित गणना पूरे देश में करवाऐं। बिहार की जो – जो मांगे हैं उसे पूरा करें । ऐसे तो वह काम करेंगे नहीं । चुनाव के समय फिर से जुमलेबाजी करके चले जाएंगे । इस बार बिहार की जनता आदरणीय प्रधानमंत्री जी को हिसाब किताब बराबर करने के लिए खोज रही है ।