बिहार विधानसभा में Floor Test पर चर्चा शुरू हो गई है। सीएम नीतीश कुमार ने विश्वासमत प्रस्ताव पेश किया। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपना संबोधन शुरू किया।
तेजस्वी यादव ने अपने संबोधन में नीतीश कुमार को चारों तरफ से घेरा। नीतीश के 9 बार मुख्यमंत्री बनने पर सवाल किया, उन्हें एक ही कार्यकाल में तीन बार सीएम पद की शपथ लेने पर नीतीश कुमार को बधाई दी। तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार ने एक ही टर्म में तीन तीन बार सीएम बनने का नीतीश कुमार ने इतिहास रच दिया है। एक ही टर्म में 3-3 बार पलट गए ये अद्भुत है। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के भाजपा को मां बताए जानेपर उन्होंने कहा कि सम्राट की मां तो राजद हुई न। सम्राट सबसे पहले राजद में थे तो उनकी मां तो राजद हुई न। इसके आगे तेजस्वी ने डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा पर तंज कसते हुए कहा कि एक ही टर्म में विधानसभा स्पीकर, नेता विरोधी दल और डिप्टी सीएम तीनों पदों पर रहे।
Bihar Floor Test Live : तेजस्वी ने कहा – नीतीश दशरथ के समान, मुझे भेजा वनवास
एक टर्म में तीन बार सीएम बने नीतीश
दरअसल, 2020 में जेडीयू ने एनडीए के साथ मिलकर चुनाव लड़ी थी, और जीत भी हासिल की थी। हालांकि इसमें जदयू को कम सीट मिला था लेकिन इसके बाद भी सीएम नीतीश ही बने।हालांकि दो साल बाद ही 2022 में नीतीश कुमार और बीजेपी के रिश्तों में कड़वाहट आ गई, और नीतीश एनडीए का साथ छोड़कर महागठबंधन के साथ हो गए, और 8वीं बार नीतीश ने सीएम पद की शपथ ली, महागठबंधन के साथ नीतीश की सरकार एक टर्म भी पूरा नहीं कर पाई, और एक बार फिर महागठबंधन और जदयू की राहे जुदा हो गई है और नीतीश ने 28 जनवरी को एनडीए के साथ मिलकर एक टर्म में तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
राजद से हुई थी सम्राट की शुरुआत
तेजस्वी ने कहा कि सम्राट जी कहते हैं बीजेपी उनकी मां है। हम कहते हैं उनकी असली मां तो हमारी पार्टी है। पहले तो वो हमारी ही पार्टी में थे। दरअसल, सम्राट की राजनीतिक कैरियर की शुरुआत भी 1990 में लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद से हुई थी एक सामान्य कार्यकर्ता के रुप में, 1999 में उन्हें राजद ने राबड़ी देवी की सरकार में कृषि मंत्री बनाया था, 2000 और 2010 में परबत्ता विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए। 2010 में विधानसभा में विपक्षी दल के मुख्य सचेतक की जिम्मेदारी सौंपी गई। 2014 में शहरी विकास और आवास विभाग के मंत्री भी बने, हालांकि 2018 में उन्होंने राजद का साथ छोड़ दिया और बीजेपी के साथ आ गए। पिछले 6 साल में सम्राट चौधरी का कद काफी बढ़ा है पहले उन्हें बिहार का प्रदेश उपाध्यक्ष फिर बिहार बीजेपी में प्रदेश अध्यक्ष और अब डिप्टी सीएम बनाया गया।
एक टर्म में तीन पद मिले विजय सिन्हा को
नीतीश के एक टर्म में डिप्टी सीएम विजय सिन्हा का भी पद बदला है। 2020 में एनडीए की सरकार में विजय सिन्हा विधानसभा स्पीकर बनाया गया। जब 2022 में बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी तो विजय सिन्हा नेता प्रतिपक्ष बने। एक बार फिर बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद उन्हें डिप्टी सीएम बनाया गया। विजय सिन्हा की राजनीतिक कैरियर की शुरुआत बीजेपी से हुई थी विद्यार्थी जीवन से ही वो राजनीतिक से जुड़े थे1985 में राजकीय पॉलिटेक्निक मुजफ्फरपुर छात्र संध के अध्यक्ष बने थे, वहीं 1990 में उन्हें राजेंद्र नगर मंडल पटना महानगर भाजपा में उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मिली थी।