एक बार फिर भारतीय टीम का वर्ल्ड कप जीतने का सपना टूट गया। 10 मैचों में हर मैच जीत कर फाइनल में पहुंची भारतीय टीम खिताब नहीं जीत सकी। ऑस्ट्रेलिया की टीम ने भारतीय टीम को 6 विकेट से हरा कर छठी बार वर्ल्ड कप जीत लिया। इसके साथ ही भारतीय टीम 20 साल बाद उस हार का हिसाब बराबर नहीं कर पाई, जो सौरव गांगुली की अगुवाई में भारतीय टीम को मिली थी। इस बार भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी की लेकिन 240 के स्कोर पर पूरी टीम आउट हो गई। ऑस्ट्रेलिया ने यह स्कोर चार विकेट खोकर बना लिया।
भारतीय टीम 240 पर ऑलआउट
अहमदाबाद के पीएम नरेंद्र मोदी स्टेडियम में टीम इंडिया ने टॉस हारकर बैटिंग करते हुए 50 ओवर में 240 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। टीम इंडिया इस वर्ल्ड कप में पहली बार ऑलआउट हुई है। टीम इंडिया की ओर से विराट कोहली ने 54 और केएल राहुल ने 66 रन की पारी खेली। कप्तान रोहित शर्मा ने 31 गेंदों में 47 रन बनाकर भारत को तेज शुरुआत दी, लेकिन इस तेजी को बाकी प्लेयर जारी नहीं रख सके। ऑस्ट्रेलियाई टीम की ओर से मिचेल स्टार्क ने 3 विकेट लिए। पैट कमिंस को 2 विकेट मिले।
वैसे ऑस्ट्रेलिया ने शुरू से ही मैच पर पकड़ बनाए रखी लेकिन आखिरी 10 ओवर में ऑस्ट्रेलिया ने दबाव अधिक बना दिया। इस दौरान सबसे बड़ा ओवर 8 रन का ही आया। 5 विकेट गिर जाने के बाद 42वें, 44वें और 45वें ओवर में विकेट खो दिया। इसके बाद सूर्यकुमार यादव के साथ ही बॉलर्स पर रन बनाने का दारोमदार आ गया। लगातार विकेट गिरने के कारण भारतीय प्लेयर्स ज्यादा रन नहीं बना सके। सूर्या भी 48वें ओवर में आउट हो गए। टीम ने आखिरी 10 ओवर में 43 रन जोड़े और 5 विकेट खोए।
भारतीय बल्लेबाजों में ‘मैच के मुजरिम’
- शुभमन गिल : 4 रन
- श्रेयस अय्यर : 4 रन
- रवींद्र जडेजा : 9 रन
- सूर्य कुमार यादव : 18 रन
रविवार को ऑस्ट्रेलिया ने छठी बार वनडे वर्ल्ड कप का खिताब जीता। इस हार ने भारतीय फैंस को 2003 वर्ल्ड कप फाइनल की याद दिला दी। 20 साल पहले कंगारुओं ने भारतीय टीम को जोहनसबर्ग में 125 रन से हराया था। वहीं इस बार फाइनल में 241 रन का टारगेट ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने 43 ओवर में 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया। ट्रैविस हेड ने 137 रन की शतकीय पारी खेली, जबकि मार्नस लाबुशेन ने नाबाद 58 रन बनाए। इससे पहले, मिचेल स्टार्क ने 3 विकेट झटके, जबकि कप्तान पैट कमिंस और जोश हेजलवुड को 2-2 विकेट मिले।