बिहार से कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। बिहार से उत्तर प्रदेश और झारखंड रूट पर पैसेन्जर ट्रेनें चलाने की तैयारियों के बाद अब परिवहन विभाग यात्री-बसों के द्वारा भी यातायात को सुगम और सुलभ बनाने की तैयारी में है। सड़क और पुल निर्माण के साथ साथ बसों के द्वारा केवल राज्य भर में ही नहीं, बल्कि अंतराज्यीय परिचालनपर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसी संदर्भ में बिहार से उत्तर प्रदेश और झारखंड के बीच तथा बिहार के अन्दर कुल 121 नई बसें चलाने की तैयारी की जा रही है। सर्वे के बाद बसों के परिचालन के लिए 61 नई रूटों का भी चयन किया गया है। साथ ही साथ 19 अंतरराज्यीय रूटो का भी चयन किया गया है, जिनपर कुल 25 बसें चलेंगी। विभाग की इस पहल से अवैध परिचालन रुकेगा और आम लोगों की जरूरतें पूरी होंगी। यही नहीं, अनुचित किराया वसूलने पर प्रतिबंध लगाया जा सकेगा। पिछले दिनों परिवहन विभाग ने 190 मार्गों पर वाहनों के परिचालन को नियंत्रित करने की एक योजना बनाई है। साथ ही विभाग ने इन सड़कों पर वाहनों के परिचालन के लिए प्रस्तावों की मांग की।
बता दें कि बिहार राज्य पथ परिवहन निगम इन बसों का परिचालन पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड पर करेगा। जल्द ही इसे लेकर आवेदन मांगे जाने की भी प्रक्रिया शुरु होने वाली है।
बिहार से बाहर यूपी और झारखंड के लिए अंतरराज्यीय रूट-
- रक्सौल-गोरखपुर भाया गोपालगंज कसया
- रक्सौल-गोरखपुर भाया मोतिहारी
- गोरखपुर-छपरा
- गया-टाटा
- गया-बोकारो
- जमुई-टाटा
- गया-देवघर
- गया-धनबाद
- नवादा-रांची
- पटना-रांची
- पटना-देवघर
बिहार के अंदर अंतरक्षेत्रीय रूट-
- चेनारी से पटना तक 2
- बेसरिया से मुजफ्फरपुर तक 1,
- समस्तीपुर से पटना तक 1,
- कटैया से पटना तक 1,
- बेतिया से पटना तक 1,
- पूर्णिया से भगरपुर तक 3
- पूर्णिया से पटना के लिए 1
- नवादा से बिहारशरीफ तक 2,
- गोह से पटना तक 1,
- पटना से बख्तियापुर तक 2,
- गया से हसनपुर तक 1,
- पटना से पाली तक 2
इसके अलावे अमरपुर-पटना, पिपराही-जयवागर, कुपहा-दरभंगा बस स्टैंड, धोदरीडीहा से पटना, पटना से सासाराम रूट पर भी बसें चलाई जाएंगी।