बिहार पुलिस द्वारा लगातार शराब से लेकर गाड़ी पकड़ने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत बिना नम्बर प्लेट की गाड़ी के चालान काटे जा रहे वहीं चोरी की गाड़ी को जब्त कर थाने लाया जा रहा और आरोपी को सजा भी हो रही है। लेकिन जब पुलिस ही ऐसी हरकते करें तो क्या किया जाए। चालान कौन काटे और सजा किसे हो।
2019 में सफारी को किया गया था जब्त
ऐसा ही एक मामला सीतामढ़ी से आ रहा है सितामढ़ी के रीगा थाने की पुलिस को सफारी में देखा जा रहा है। रीगा पुलिस बिना नंबर प्लेट के चोरी की गाड़ी में एसी का मजा लेते हुए महीनों से घूम रही है और इनकी खोज खबर लेने वाला कोई नहीं है। वहीं मामला सामने आने के बाद जब पूछताछ की गई तो थानाध्यक्ष इस बात से मुकर गए कि यह गाड़ी चोरी की है। उन्होंने कहा कि सफारी के बारे में कोई एफआईआर दर्ज नहीं है। लेकिन तत्कालीन थानाध्यक्ष सुभाष मुखिया के अनुसार गाड़ी चोरी की है। इस संबंध में रीगा थाना प्राथमिकी कांड संख्या- 274/19 दर्ज है, जिसमें इस गाड़ी का चेचिस और इंजन नंबर अंकित है। लेकिन नंबर का उल्लेख नहीं है। बताया जा रहा है कि सफारी को जब्त करने के दौरान मुजफ्फरपुर जिले के कांटी थाना क्षेत्र के दामोदरपुर गांव के सोमू कुमार को गिरफ्तार किया गया था, जबकि उसके दो साथी फरार हो गए थे। ये तीनों उक्त गाड़ी से शराब की तस्करी करते थे। हालांकि कार्रवाई के दौरान गाड़ी से शराब बरामद नहीं हुआ था। गाड़ी चोरी की होने के कारण उसे जब्त कर लिया गया था।