के.के. पाठक जब से शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव बने हैं। तबसे वो लगातार एक्शन मोड में हैं। एक के बाद एक बड़ा फैसला ले रहे हैं। कुछ दिनों पहले ही उन्होंने लापरवाह शिक्षकों पर कार्रवाई करने का आदेश जारी किया था। बिना कारण बताए स्कूल से गायब होने वाले शिक्षकों का वेतन रोक देने का आदेश दिया था। जिसके बाद से लगातार ऐसे शिक्षकों पर कार्रवाई हो रही है। अब तक कुल 304 टीचर और 25 प्रधानाध्यापकों का वेतन रोका जा चुका है।
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304 शिक्षक और 25 प्रधानाध्यापक का वेतन रोका
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के.पाठक के आदेश के बाद से बिहार के सरकारी स्कूलों में 1 जुलाई से लगातार निरिक्षण कार्य चल रहा है। 18 जुलाई तक निरिक्षण में 304 शिक्षक और 25 प्रधानाध्यापक स्कूल से नदारत पाए गए,वो भी बिना कारण बताए। इसलिए इनसभी का वेतन रोक दिया गया है। हर दिन की जांच में कुछ ऐसे शिक्षक मिली जा रहे जो बिना कारण के स्कूल से गायब हैं।
लगभग हर दिन हो रही लापरवाह शिक्षकों पर कार्रवाई
- 1 जुलाई- 46 शिक्षकों पर कार्रवाई
- 3 जुलाई- 25 शिक्षकों पर कार्रवाई
- 4 जुलाई – 18 शिक्षकों पर कार्रवाई
- 5 जुलाई- 11 शिक्षकों पर कार्रवाई
- 6 जुलाई- 14 शिक्षकों पर कार्रवाई
- 7 जुलाई- 11 शिक्षकों पर कार्रवाई
- 8 जुलाई- 10 शिक्षकों पर कार्रवाई
- 10 जुलाई- 18 शिक्षकों पर कार्रवाई
- 11 जुलाई- 10 शिक्षकों पर कार्रवाई
- 12 जुलाई- 38 शिक्षकों पर कार्रवाई
- 13 जुलाई- 45 शिक्षकों पर कार्रवाई
- 14 जुलाई- 15 शिक्षकों पर कार्रवाई
- 15 जुलाई- 14 शिक्षकों पर कार्रवाई
- 17 जुलाई- 15 शिक्षकों पर कार्रवाई
- 18 जुलाई- 14 शिक्षकों पर कार्रवाई