राजद के टिकट कटने पर पूर्व सांसद सरफराज आलम भावुक हो उठे और खुले मंच पर रोने लगे। पूर्व सांसद सरफराज आलम का रोने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। सरफराज आलम अपने समर्थकों के साथ शुक्रवार को मीटिंग कर रहे थे। समर्थकों के साथ संबोधन करने के क्रम में वे भावुक हो उठे और अपने पिता और पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री तस्लीमुद्दीन को याद करते हुए रो पड़े।
सरफराज आलम पर अररिया सहित बाकी इलाकों में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। सरफराज आलम जेडीयू से विधायक रहते हुए राजधानी एक्सप्रेस में एक जोड़े से बदतमीजी के लिए चर्चा में आए। बाद में उनकी गिरफ्तारी भी हुई। सरफराज आलम ने मंच से लालू यादव को खूब खरी खोटी सुनाई। सरफराज आलम ने टिकट बेचने का भी आरोप लगाया। सरफराज आलम ने कहा कि बिहार खासकर सीमांचल का मुसलमान आरजेडी का बंधुआ मजदूर नहीं है। आरजेडी ने मुसलमानों का हमेशा वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया है।
पूर्व सांसद सरफराज आलम ने कहा कि वर्तमान आरजेडी उम्मीदवार अनुकंपा वाले नेता हैं। उन्होंने कहा कि सरफराज आलम सीमांचल गांधी तस्लीमुद्दीन का पुत्र है, जिसके डीएनए में चापलूसी और जी हजूरी नहीं है। तेजस्वी यादव के हिटलरशाही को सीमांचल के मुसलमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। पूरे बिहार में सिर्फ अपने परिवार को टिकट दिया बाकी जगहों पर टिकट बेचने का काम किया है। मेरे साथ आरजेडी ने सिर्फ धोखा ही नहीं दिया बल्कि पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है।
बता दें कि अररिया में राजद का टिकट सरफराज आलम के बदले उनके छोटे भाई शाहनवाज आलम को मिला है। इंडी गठबंधन के तहत आरजेडी की तरफ से पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री तस्लीमुद्दीन के सबसे छोटे पुत्र और जोकीहाट विधायक शाहनवाज आलम को उम्मीदवार बनाया गया है। आरजेडी ने बड़े भाई यानी सरफराज आलम को टिकट नहीं दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि सरफराज आलम से उनके छोटे भाई बिल्कुल अलग हैं। आरजेडी ने इसी वजह से उन्हें उम्मीदवार बनाया है। इसी वजह से सरफराज आलम नाराज हो गए और लालू यादव के साथ तेजस्वी को बुरा भला कहा।