बिहार मखाना उत्पादकों के लिए एक अच्छी खबर है। बिहार के मखाने को GI टैग मिल चुका है। मखाने के GI टैग के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से मांग की थी। केंद्र सरकार द्वारा इस मांग को स्वीकृति दे दी गई है। अब मखाना को मिथिला मखाने के नाम से जाना जाएगा। GI टैग मिलाने की वजह से मखाना उत्पादकों को काफी फायदा होगा। उन्हें पहले से अधिक कीमत मिल सकेगी। GI टैग मिलाने का एक और फायदा यह है कि इस नाम से कोई और व्यक्ति या कम्पनी मखाना की बिक्री नहीं कर सकेगा।
मंत्री पीयूष गोयल ने दी जानकारी
देश के वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने एक ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने मखाने को GI टैग दिए जाने की जानकारी दी है।
मखाना उत्पादन में बिहार पहले नम्बर पर
देश में मखाना उत्पादन के मामले में बिहार पहले नंबर पर है। देश में जितना मखाना उत्पादन होता है उसका 80 से 90 फीसदी उत्पादन अकेले बिहार में होता है। इसमें भी लगभग 70 फीसदी उत्पादन बिहार के मिथिला क्षेत्र में होता है।