बिहार में राज्य सरकार कई मुद्दों पर बैक गियर में बढ़कर विकास कर रही है। राज्य में पहले शिक्षक राज्यकर्मी होते थे, नीतीश सरकार ने उन्हें नियोजित बना दिया। अब एक बार फिर सभी शिक्षकों को राज्यकर्मी बनाने का पूरा प्रयास राज्य सरकार की ओर से किया जा रहा है। एक वक्त था बिहार में दूर-दराज के क्षेत्रों तक राज्य सरकार के कानून के तहत शराब के ठेके खुल गए, उसके बाद 2016 से बिहार में पूर्ण शराब बंदी लागू कर दी गई। बिहार में विशेष राज्य का मुद्दा भी ऐसा ही है। यह नीतीश कुमार की पुरानी मांग रही है। इसके लिए नीतीश कुमार ने बिहार की यात्रा भी की है। अब एक बार फिर नीतीश कुमार बिहार के विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर यात्रा करेंगे। ऐसा खुद उन्होंने कहा है।
विशेष राज्य पर दूसरी यात्रा
वैसे तो बिहार के सीएम नीतीश कुमार इस साल के पहले तक 13 बार बिहार की यात्रा कर चुके हैं। इस साल समाधान यात्रा उनकी 14वीं बिहार यात्रा थी। जबकि बिहार के विशेष राज्य के दर्जे को लेकर नीतीश कुमार ने 2012 में पहली यात्रा की थी। उसे अधिकार यात्रा का नाम दिया गया था। 19 सितंबर, 2012 से शुरू हुई यात्रा के जरिए CM नीतीश कुमार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की मुहिम शुरू की थी। अगर दुबारा इसी मुद्दे पर यात्रा करते हैं तो विशेष राज्य को लेकर दूसरी यात्रा होगी।
क्या कहा नीतीश कुमार ने
दरअसल, सीएम नीतीश कुमार ने गुरुवार, 16 नवंबर 2023 को सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर के बापू सभागार में युवा उद्यमियों को उद्योग लगाने के लिए स्कीम की पहली किस्त दी। इस दौरान प्रत्येक लाभुकों को डेढ लाख रुपए दिए गए। इसी दौरान नीतीश कुमार ने एक बार फिर से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर केन्द्र सरकार नहीं देगी तो मैं आंदोलन शुरू करने वाला हूं। राज्य में विशेष दर्जे के लिए अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि वो यात्रा पर भी निकलेंगे।
CM Nitish की अब तक की यात्राएं
- न्याय यात्रा-12 जुलाई, 2005 : यह नीतीश कुमार की पहली यात्रा थी। जनता से बहुमत की मांग के लिए सीएम नीतीश ने यह यात्रा निकाली थी।
- विकास यात्रा- 9 जनवरी, 2009 : सीएम बनने के बाद नीतीश कुमार की यह पहली यात्रा बिहार के विकास के बारे में जनता को बताने के लिए थी।
- धन्यवाद यात्रा- 17 जून, 2009 : तब के लोकसभा चुनाव में भले ही नीतीश कुमार केंद्र की सत्ता तक नहीं पहुंच पाए थे लेकिन उनकी सहयोगी भाजपा के साथ जदयू को अच्छी सीटें मिली थीं। इसी के धन्यवाद के लिए नीतीश कुमार यात्रा पर निकले थे।
- प्रवास यात्रा- 25 दिसंबर, 2009 : जनता की समस्याओं को जानने की कोशिश में प्रवास यात्रा पर सीएम नीतीश गए थे।
- विश्वास यात्रा- 28 अप्रैल, 2010 : लोकसभा चुनाव में अच्छी जीत के बाद विधानसभा चुनाव में जीत की दरख्वास्त लेकर नीतीश कुमार 2010 में यात्रा पर निकले थे।
- सेवा यात्रा- 09 नवंबर, 2011: विधानसभा चुनाव में अपेक्षा से अधिक सीटें जीतने के बाद नीतीश कुमार लोगों का धन्यवाद देने इस यात्रा पर निकले थे।
- अधिकार यात्रा- 19 सितंबर, 2012 : CM नीतीश कुमार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की मुहिम अधिकार यात्रा के जरिए शुरू की।
- संकल्प यात्रा- 05 मार्च, 2014 : भाजपा से अलग होने के बाद 2014 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले नीतीश कुमार संकल्प यात्रा पर निकले थे। तब उनका मकसद देश में नरेंद्र मोदी की लहर को रोकना था।
- संपर्क यात्रा- 13 नवंबर, 2014 : लोकसभा चुनाव 2014 में करारी हार के बाद आम लोगों से संपर्क करने के लिए यह यात्रा की गई थी।
- निश्चय यात्रा- 09 नवंबर, 2016 : महागठबंधन में चुनाव जीतने के बाद नीतीश कुमार ने यह यात्रा तमाम जन कल्याणकारी योजनाओं से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा के लिए की थी।
- समीक्षा यात्रा- 07 दिसंबर, 2017: भाजपा से दुबारा गठजोड़ के बाद नीतीश कुमार ने इस यात्रा में सरकार के विकास कार्यों की समीक्षा की।
- जल जीवन हरियाली यात्रा – 3 दिसम्बर 2019 : सरकार चलाने के साथ समाज सुधार को अपने मिशन में शामिल कर लेने के बाद नीतीश कुमार ने यह यात्रा पर्यावरण के प्रति जागरूकता के लिए की।
- समाज सुधार अभियान – 22 दिसम्बर 2021 – समाज सुधार के अगले पड़ाव पर इस यात्रा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी, बाल विवाह, दहेज प्रथा, सहित समाज में फैली कुरीतियों के खिलाफ जागरुकता फैलाई।
- समाधान यात्रा – 05 जनवरी 2023 – बिहार में तेजस्वी यादव की पार्टी राजद और कांग्रेस के साथ दुबारा सरकार बनाने के बाद जनवरी 2023 में नीतीश कुमार ने बिहार वासियों की समस्याओं को करीब से देखने और समाधान करने की कोशिश में समाधान यात्रा की। वे बिहार के हर जिले में गए थे।