केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज यानि 23 सितंबर को बिहार के पूर्णियां में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने ने बिहार महागठबंधन सरकार पर जमकर हमला बोला। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा बिहार के विकास के लिए खर्च किए गए रुपयों का पूरा हिसाब-किताब दिया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के लिए 1.25 लाख करोड़ रुपये खर्च करने का वादा किया था। पर 1.35 लाख करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।
‘वादे से ज्यादा रुपये हुए खर्च‘
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जो वादा किया था उससे अधिक पैसे बिहार के लिए केंद्र सरकार ने खर्च किया है। अमित शाह ने बारी-बारी से पूरा हिसाब गिनाया। उन्होंने बताया कि बिहार के लिए 1.35 लाख करोड़ रुपये खर्च किया गया है।
- ग्रामीण सड़क के लिए 9 हजार करोड़ दिया जाना था पर 22 हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए।
- रेलवे के लिए 2.7 हजार करोड दिया जाना था पर 5.6 हजार करोड़ खर्च किए गए।
- एयरपोर्ट के लिए 600 करोड़ दिया जाना था पर 1280 करोड़ खर्च किए गए।
- पर्यटन के लिए 1550 करोड़ रुपये दिया जाना था पर 1600 करोड़ खर्च किए गए।
- पेट्रोलियम और गैस के लिए 21 हजार करोड़ रुपये दिया जाना था पर 32 हजार करोड़ का खर्च किए गए।
- बिजली के लिए 16 हजार करोड़ रुपये दिया गया जिसमें से 14 हजार करोड़ खर्च हो चुके हैं।
- किसान कल्याण के लिए 3000 करोड़ रुपये दिया जाना था पर 7800 करोड़ रुपये खर्च हो किए गए।
- शिक्षा, स्वास्थ्य और डिजिटल के लिए भी 3000 करोड़ रुपये दिया जाना था पर 4100 करोड़ रुपये खर्च किए गए।
- महामार्ग निर्माण के लिए 14 हजार करोड़ रूपया दिया गया है जिसे अब और भी बढ़ा दिया गया है।