लोकसभा चुनाव के लिए जमुई से NDA के प्रत्याशी का एलान हो गया। जमुई से चिराग पासवान ने अपने जीजा अरुण भारती को लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए सिंबल दिया है। बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से 5 सीट झटककर चाचा पशुपति कुमार पारस और चचेरे भाई प्रिंस राज को झटका देने वाले लोजपा-रामविलास के अध्यक्ष चिराग पासवान जमुई सीट से अपने एक रिश्तेदार अरुण भारती को लॉन्च किया है।
टिकट मिलने के बाद अरुण भारती ने चिराग पासवान का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि चिराग पासवान द्वारा मुझे जमुई लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए पार्टी का सिंबल प्रदान किया गया है। मैं पार्टी और राष्ट्रीय का आभार प्रकट करता हूं जिन्होंने मुझपर भरोसा जताया। मैं पापा जी द्वारा दिखाए गये पद चिन्हों पर आगे बढूँगा और चिराग जी के नेतृत्व में हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्जीद्र मोदी के लिए अबकी 400 पार के लिए अपना योगदान दूंगा। जमुई के विकास लिए मैं हमेशा तत्पर हूँ। मुझे पूर्ण भरोसा है की जमुई लोकसभा की जनता मुझे अपना आशीर्वाद देगी।
कौन हैं अरुण भारती
अरुण भारती चिराग पासवान के अपने बहनोई है। रामविलास पासवान और रीना पासवान के दो बच्चे हैं, एक चिराग पासवान और दूसरी निशा पासवान। अरुण भारती निशा पासवान के पति हैं और पेशे से इंजीनियर है। अरुण भारती वैसे कांग्रेस परिवार से आते हैं। उनकी मां डॉक्टर ज्योति भोजपुर जिले की सहार सीट से दो बार कांग्रेस की विधायक रही हैं। बाद में विधान परिषद की सदस्य भी रहीं। अभी भी कांग्रेस की मुखर नेता हैं और खुलकर बोलने वाली नेत्री की पहचान रखती हैं। कांग्रेस की सरकार में वो मंत्री भी रह चुकी हैं।
अरुण भारती 2019 में ही लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन रामविलास पासवान ने तीनों सुरक्षित सीट बेटा और दो भाइयों में बांट दिया जिससे वो मन मसोस कर रह गए। हाजीपुर से पशुपति पारस, समस्तीपुर से रामचंद्र पासवान और जमुई से चिराग पासवान जीते। रामचंद्र पासवान का चुनाव के दो महीने बाद निधन हो गया जिस सीट से उनके बेटे प्रिंस राज उप-चुनाव जीतकर आए।
लोजपा-आर को इस बार मिली पांच सीटों में तीन सीटें अनुसूचित जाति (एससी) उम्मीदवारों के लिए रिजर्व हैं। हाजीपुर, जमुई और समस्तीपुर। चिराग ने दिल्ली में बुधवार को पार्टी की बैठक के बाद हाजीपुर सीट से खुद के लड़ने की घोषणा कर दी है लेकिन चार सीटों के कैंडिडेट का नाम नहीं बताया। हाजीपुर के बाद एससी रिजर्व दो सीटें जमुई और समस्तीपुर बच रही हैं जहां से किसी एससी को ही लड़ाना होगा।