मामला बिहार की राजधानी पटना का है, जहां हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल साइबर क्रिमिनल्स के टारगेट में आए हैं। दरअसल, 18 जुलाई को साइबर क्रिमिनल्स ने पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस का फेक व्हाट्सएप प्रोफाइल बनाया था, जिसमें पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस का प्रोफाइल फोटो भी लगा था। शातिर ने रजिस्ट्रार जनरल रंगजी मिश्रा के सरकारी मोबाइल नंबर पर व्हाट्सएप मेसेज भेजा, जिसमें चीफ जस्टिस का फोटो था। उस मैसेज में शातिर ने रजिस्ट्रार जनरल से अमेज़न का 15 गिफ्ट कार्ड खरीद कर उसका लिंक भेजने को कहा। रंगजी मिश्रा ने फर्जी चीफ जस्टिस की बात मान कर अमेज़न से डेढ़ लाख में 15 गिफ्ट कार्ड ख़रीदा। फिर उन्होंने चीफ जस्टिस का असल मोबाइल नंबर चेक किया तो वह नंबर उस फेक नंबर से अलग था। जिसके बाद उन्होंने पटना के कोतवाली थाना में मामले को दर्ज करवाया।
जांच में ट्रैक हुआ मोबाइल नंबर का लोकेशन
रजिस्ट्रार जनरल रंगजी मिश्रा के बयान पर कोतवाली थाना में मामला दर्ज हुआ। मामला दर्ज करवाने के बाद पुलिस के बीच हडकंप मच गया। वहीं पटना के SSP ने इस ठगी के मामले की जांच पड़ताल करने के लिए उन्होंने अपने तेजतर्रार अधिकारियों को जिम्मा दे दिया हैं। SP डॉ मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि जिस नंबर से ठगी हुई है वह मिजोरम का नंबर है। पुलिस ठगी करने वालों की पहचान करने में जुट गई है।