पिछले कुछ दिनों से चर्चा है कि चाचा पारस और भतीजा चिराग के बीच दूरियां कम हो रही है भविष्य में दोनों एक साथ मंच साझा कर सकते हैं हालांकि इससे जुड़े सवाल पर चिराग ने कहा यह भविष्य तय करेगा अभी इसपर कुछ नहीं कहा जा सकता है। इसके बाद चिराग पासवान से यह सवाल किया गया कि एनडीए के अंदर सीट बंटवारे में आपने अपने चाचा को मात दे डाला? इसके बाद जवाब देते हुए चिराग ने कहा कि सीट बंटवारे को वह हार और जीत से नहीं देखते हैं। उन्होंने कहा कि कोशिश तो चिराग पासवान को खत्म करने की थी। मेरे पिता (रामविलास पासवान) की बनाई पार्टी का सिंबल तक ले लिया गया। जब अपने ही ऐसा काम करेंगे, तो किसी दूसरे को क्या दोष देना?
‘देशहित में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाना है’
चिराग ने कहा कि चाचा और भाई ने जो कुछ किया और कहा, उसके बाद कुछ नहीं रह जाता है। इससे परिवार में सब आहत हैं। लोजपा के दोनों गुटों के विलय पर चिराग ने कहा कि भविष्य में क्या होगा, यह अभी नहीं कह सकते हैं। उन्हें जिम्मेदारी का एहसास हो रहा है। उनका विजन बिहार फर्स्ट और बिहारी फर्स्ट का है। उधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से रिश्तों पर भी चिराग पासवान ने खुलकर बात की। चिराग से पहले नीतीश की दूरी और अब नजदीकी पर चिराग ने कहा कि सीएम नीतीश ने बहुत परिपक्वता के साथ सारी चीजों को संभाला है। हमारे बीच बेहतर समन्वय है। नीतीश पूरी ईमानदारी से संबंध निभाते हैं। देशहित में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाना है, पूरा फोकस इसी पर है।