बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी चल रही है। लगातार नेताओं द्वारा एक दूसरे पर हमला बोला जा रहा है। आए दिन कई नेताओं के रिएक्शन भी सामने आते हैं। इस बीच बिहार के मुजफ्फरपुर में भी सियासी समीकरण बिगड़ने लगा है। बीजेपी के टॉप लीडर्स द्वारा निवर्तमान सांसद को बे-टिकट करने के बाद अब सांसद समर्थकों में नाराजगी बढ़ने लगी है।
नाराज समर्थकों ने आज गुरुवार को सांसद अजय निषाद से मुलाकात की। इस दौरान समर्थकों ने बीजेपी के उम्मीदवार डॉ.राजभूषण निषाद का पुरजोर विरोध करते हुए अजय निषाद से चुनावी महासमर में उतरने की अपील की। हालांकि, इस दौरान सांसद अजय निषाद ने मीडिया से दूरी बनाते हुए कोई बात नहीं की।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अजय निषाद के बीजेपी के बे-टिकट होने के बाद मुजफ्फरपुर लोकसभा चुनाव को लेकर गहमागहमी और तेज हो गई है। जहां महागठबंधन और राजद के कुछ वरीय नेताओं ने अजय निषाद से बातचीत की है। इससे मुजफ्फरपुर लोकसभा चुनाव को लेकर कुछ नए समीकरण सामने आने के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि इस पूरे प्रकरण के बाद बीजेपी के निवर्तमान सांसद अजय निषाद ने फिलहाल चुप्पी साध रखी है।
वहीं, अब सांसद की जगह पर उनके समर्थकों ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जहां समर्थकों ने नए बीजेपी प्रत्याशी का खुलकर विरोध जताते हुए मौजूदा सांसद को महागठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर चुनावी जंग में उतरने की अपील की गई है।
वहीं, मुजफ्फरपुर संसदीय सीट से भूमिहार और ब्राह्मण की उपेक्षा से नाराज भाजपा नेता और पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर की है। अपने आवास पर भूमिहार ब्राह्मण सामाजिक फ्रंट के नेताओं की बैठक के बाद उन्होंने बीजेपी टॉप लीडरशिप से टिकट बंटवारे पर पुनर्विचार करने की मांग की गई। पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा कि मुजफ्फरपुर और वैशाली संसदीय सीट परम्परागत रूप से भूमिहार और ब्राह्मण की सीट रही है। जहां बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व लगातार भूमिहार ब्राह्मण की उपेक्षा कर रहा है। जो कहीं से भी सही बात नहीं है।