फर्जी पुलिस या पदाधिकारी की बात अब इस कदर बढ़ गई कि बांका में पिछले आठ माह से फर्जी थाना ही चल रहा था। इस फर्जी थाने से जालसाजी कर गरीब लोगों से पैसा ऐंठा जा रहा था। अब ये पूरा गिरोह पुलिस की गिरफ्त में आ गया है। इसमें पुलिस-महिला दोनों अपराधी हैं।
गेस्ट हाउस के सामने दिखी अनजान पुलिस
बांका शहर के एक निजी गेस्ट हाउस सड़क पर एक अनजान महिला और युवक को पुलिस ड्रेस में देखने के बाद शक हुआ। इसके बाद दोनों से पूछताछ हुई तो मामला खुल गया। इस दौरान एक महिला अवैध पिस्टल के साथ पकड़ी गयी है। जबकि उसके साथ खड़ा आकाश कुमार भी गिरफ्तार हुआ जो अपने को फर्जी थाना का चौकीदार बता रहा था। गिरफ्तार हुई दरोगा अनिता बांका जिले के फुल्लीडुमर के दुधघटिया की रहने वाली है। जिसे फुल्लीडुमर के ही भोला यादव द्वारा दरोगा में भर्ती कर बांका के कार्यालय में तैनात किया गया था। वहीं आकाश ने बताया कि भोला यादव को 70 हजार रुपए देकर बहाल कराया था।
स्कॉर्ट टीम के नाम पर संचालित हो रहा था गिरोह
इस मामले में एसपी डॉ. सत्य प्रकाश ने बताया कि यह पूरी तरह से जालसाजों का गिरोह है जो पटना स्कॉर्ट टीम नाम से बांका में एक कार्यालय संचालित करता था। जहां से पुलिस वर्दी में कुछ संदिग्ध लोगों की गिरफ़्तारी करने के साथ ही कार्यालय से भी कुछ कागजात के साथ ही बिहार पुलिस की वर्दी, बैच सहित अन्य सामान जब्त करने की बात कही।