बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था को ठीक करने के लिए बिहार के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव लगातार कोशिश कर रहे हैं। इसी कारण पिछले कुछ महीनों में ख़ुद तेजस्वी यादव ने बिहार के कई ज़िलों के अस्पतालों का ख़ुद निरीक्षण भी किया है। हाल में ही स्वास्थ्य संस्थान के लिपिक के यहां से क़रीब दो करोड़ की धनराशि पायी गई। तब स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने कहा था कि जो भी लिपिक पिछले कई सालों से चिकित्सक महाविद्यालय अस्पतालों में कार्यरत है, उनका स्थानांतरण किया जाएगा। लेकिन क़रीब एक महीना बीत गया है। इसमें किसी तरह की कोई प्रक्रिया आगे अभी तक नही बढ़ी है।
कार्रवाई का इंतजार
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव वैसे तो बार बार यह दावा करते हैं कि स्वास्थ्य व्यवस्था में लगातार सुधार हो रहा है। उनका यह भी दावा रहता है कि अस्पतालों की व्यवस्था ठीक हो रही है। लेकिन भ्रष्टाचार को रोकने की कोई सटीक कार्रवाई सामने नहीं आई है। ऐसे में कई सवाल उठ रहे हैं।