28 जुलाई को वर्ल्ड हेपेटाईटिस डे के रूप में मनाया जाता है। इसके पूर्व संध्या पर PAHAL(पब्लिक अवेयरनेस फॉर हेल्थाफुल एपरोच फॉर लिविंग) के द्वारा हेपेटाईटिस-बी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। ये कार्यक्रम पटना के एक्जीविशन रोड स्थित डॉ दिवाकर तेजस्वी क्लिनिक में किया गया।
डॉ दिवाकर तेजस्वी दी जानकारी
कार्यक्रम में डॉ तेजस्वी ने जानकारी देते हुए बतया कि हेपेटाईटिस- बी का संक्रमण हमारे समाज में तेजी से फैलता जा रहा है। करीब 5 से 6 प्रतिशत लोग इसकी संक्रमण की चपेट में है। हेपेटाईटिस-बी लिवर में सूजन के साथ-साथ सिरिसिस एवं कैंसर को अंजाम डे सकता है। जो जानलेवा होता है। इससे बचने का सर्वोतम उपाय हेपेटाईटिस- बी के विरुद्ध टीकाकरण है। यह रोग हेपेटाईटिस-बी वायरस के संक्रमण से होता है।
संक्रमण के मुख्य तीन कारण
डॉ तेजस्वी ने बताया कि हेपेटाईटिस-बी फ़ैलाने के मुख्य तीन कारण है जिसमें पहला हेपेटाईटिस-बी संक्रमित रक्त के संपर्क में आने से, दूसरा संक्रमित वक्ती के साथ यौन संबंध रखने से और तीसरा संक्रमित माँ से गर्भ में भ्रूण को एवं संक्रमित माँ द्वारा स्तनपान करने से।