फुलवारीशरीफ आतंकी ट्रेनिंग मामले में गिरफ्तार किए गए जंगी और जलालुद्दीन को रिमांड पर लेकर पुलिस ने पूछताछ की है। पूछताछ के दौरान दोनों ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। बता दें कि इस मामले को लेकर जांच अब NIA के हाथों में सौंप दिया गया है। NIA ने ही पटना पुलिस से मामले से जुड़ी जानकारी मांगी है।
यूपी और बिहार में चल रही थी साजिश
जंगी और जलालुद्दीन से पूछताछ में पता चला है कि PFI के खतरनाक इरादों को अंजाम देने के लिए इन लोगों ने बिहार और यूपी मे एक स्लीपर सेल बनाया था। जिसमें कट्टर पंथी विचार धारा वाले मुस्लिम युवकों को शामिल थे। पूछताछ में ये भी पता चला कि लखनऊ से गिरफ्तार नुरुद्दीन जंगी ने बताया की वह एडवोकेट है और PFI से जुड़े लीगल मामलों को देखने का काम करता है। इसके लिए वो बिहार और यूपी के कई शहरों में आता जाता रहता था। जबकि मो जलालुद्दीन झारखंड पुलिस का रिटायर सब इंस्पेक्टर है। उसने बताया कि अतहर परवेज को अपना मकान किराये पर दिया था। जो ट्रेनिंग के लिए आते थे, उनके रुकने की व्यवस्था भी वही करता था। कतर के एक अल्फासो नाम के NGO के जरिए ये पैसे भेजे जाते थे।