जदयू बिहार की अकेली ऐसी पार्टी है, जो 18 सालों से बिहार की सत्ता में बनी हुई है। इन 18 सालों में जदयू ने भाजपा से दो बार अपना हाथ छुड़ाया है। दो ही बार यह काम जदयू ने राजद के साथ भी किया है। वैसे जदयू के पिछले दो बार पलटने में राजद और भाजपा के साथ इसके दो अध्यक्षों की बलि भी चढ़ी है।
भाजपा का साथ छोड़ने में आरसीपी नपे
2022 में जब नीतीश कुमार ने भाजपा का साथ छोड़ा था, तो उससे पहले जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह को हटाया गया था। आरसीपी सिंह के साथ तो ऐसा भी हुआ था कि उनका राज्यसभा के लिए जदयू ने रीन्यूअल भी नहीं किया था, जिसके कारण आरसीपी सिंह को केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटना पड़ा था।
राजद से हाथ छुड़ाने में नपे ललन सिंह!
वहीं इस बार राजद से हाथ छुड़ाने में नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे ललन सिंह को हटा दिया। वैसे तो ललन सिंह अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटने को निजी फैसला बताते हैं। लेकिन चर्चा यही होती रही है कि नीतीश कुमार ने उन्हें हटाया था।