बिहार के औद्योगिक संस्थान में पढ़ रहे छात्र-छात्राएं अब इलेक्ट्रिक कार के मरम्मती का भी प्रशिक्षण ले सकेंगे। बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम द्वारा आज बिहार के 25 औद्योगिक संस्थान को इलेक्ट्रिक कार मुहैया करवाया है। मंत्री सुरेंद्र राम ने नियोजन भवन परिसर से राज्य के सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में टाटा टेक के सौजन्य से दिए जाने वाले इलेक्ट्रॉनिक वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर मंत्री सुरेंद्र राम ने कहा कि औद्योगिक संस्थान के बच्चे अब इलेक्ट्रिक कार के मरम्मती का भी काम सीखेंगे और उसको लेकर उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। इसलिए आज 25 उद्योग संस्थान को इलेक्ट्रिक कार मुहैया करवाया गया है और इन संस्थानों में इलेक्ट्रिक कार के मरम्मती संबंधी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसको लेकर टाटा टेक से विभाग का करार भी हुआ है।
“छात्रों में दिया जाएगा कार मरम्मत का प्रशिक्षण”
इस दौरान संसाधन मंत्री ने कहा कि जब इलेक्ट्रिक कार के मरम्मती औद्योगिक संस्थान के छात्र-छात्राएं सीख लेंगे, तो उसके बाद उन्हें टाटा कंपनी में रोजगार भी दिया जाएगा। इसका भी व्यवस्था श्रम संसाधन विभाग कर रहा है। मंत्री ने कहा कि हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा छात्र-छात्र जो औद्योगिक संस्थान में पढ़ रहे हैं उन्हें रोजगार मिले इसको लेकर विभिन्न कंपनियों के साथ विभाग बात भी कर रही है। बिहार के बच्चे इलेक्ट्रिक कार का मरम्मती ठीक ढंग से सीख लेंगे तो इसको लेकर लगातार प्रशिक्षण का कार्य शुरू किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि अभी मात्र 25 इलेक्ट्रिक कार की उपलब्धता हो सकती है। जितनी भी हमारे आईटीआई कॉलेज है सभी में इलेक्ट्रिक कार उपलब्ध करा दिया जाएगा और सभी जगह इलेक्ट्रिक कार मरम्मती का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। वही जब मंत्री सुरेंद्र राम से सवाल किया गया कि आपकी सरकार है और दलित वर्ग के लोगों पर अत्याचार हो रहा है उन्होंने कहा कि जहां भी जो कुछ भी हुआ है पुलिस प्रशासन कार्रवाई कर रही है। हमें उम्मीद है बहुत जल्द आरोपी की गिरफ्तारी होगी। क्योंकि महागठबंधन की सरकार में कहीं से भी कोई भेदभाव नहीं किया जाता है, और जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है। हम इस घटना का निंदा करते हैं लेकिन जो सरकार है वह लगातार कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए काम कर रही है इसलिए अपराधी जो भी है वह कहीं से भी नहीं बचेंगे।