राजद सुप्रीमो लालू यादव पटना पहुंच चुके हैं। किडनी ट्रांसप्लांट के बाद लालू यादव परहेज में रह रहे हैं। लेकिन लालू ने सीएम रहते हुए एक कहावत कही थी, जो सबकी जुबां पर चढ़ गई थी। लालू ने तब कहा था कि “जब तक रहेगा समोसे में आलू, तब तक रहेगा बिहार में लालू”। लालू यादव उसी कहावत को फिर चरितार्थ कर रहे हैं। फिजिकल हेल्थ कमजोर है, चुनावी राजनीति पर कोर्ट ने बंदिश लगा रखी है। लेकिन लालू यादव को बिहार की राजनीति से कोई अलग नहीं कर सका है। बुधवार को भी ऐसा ही नजारा दिखा।
लालू ने पार्टी नेताओं के साथ किया लंच
RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बिहार लौटने के बाद बुधवार को पार्टी के मंत्रियों, विधायकों एवं प्रमुख पदाधिकारियों के साथ प्रवक्ताओं के लिए स्पेशल लंच का आयोजन हुआ। पूर्व सीएम राबड़ी देवी के 10 सर्कुलर रोड स्थित आवास पर इस भोज के आयोजन के बहाने राजनीतिक चर्चाओं की लंबी बातचीत हुई। बताया जा रहा है कि लालू यादव राजद के 2019 के लोकसभा चुनाव प्रदर्शन से हुई निराशा में नई आशा जगाने का प्रयास कर रहे हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में राजद को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली थी।
8 महीने के बाद लालू हुए रूबरू
लालू प्रसाद यादव 21 सितंबर 2022 के बाद पटना में पहली बार पार्टी विधायकों व नेताओं के साथ बुधवार को सार्वजनिक रुप से रूबरू हुए। 21 सितंबर 2022 को पार्टी के राज्य परिषद की बैठक पार्टी कार्यालय में आयोजित की गयी थी, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह का निर्वाचन हुआ था। बुधवार के लंच में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और मंत्री तेजप्रताप यादव ने मेजबानी संभाल रखी थी। पार्टी नेताओं के लिए मांसाहारी व शाकाहारी दोनों प्रकार के भोजन की व्यवस्था की गयी थी। सामूहिक भोज में शामिल होने वाले नेताओं में मंत्री समीर कुमार महासेठ, आलोक मेहता, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी, पूर्व मंत्री श्याम रजक, विधायक भाई वीरेन्द्र, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, पूर्व मंत्री वृष्णि पटेल, पूर्व विधान पार्षद तनवीर हसन, पार्टी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी आदि शामिल रहे।