नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री की शपथ ली है उनके तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर वीआईपी के संस्थापक मुकेश सहनी ने उन्हें कोई बधाई नहीं दी। बधाई नहीं देने पर खुद मुकेश सहनी ने बताया है कि उन्होंने क्यों बधाई नहीं दी। मुकेश सहनी ने कहा कि ऐसे प्रधानमंत्री को कैसे बधाई दूं, जो हमारे संविधान को समाप्त करने की सोच रखता है। उन्होंने कहा कि निषाद समाज को आरक्षण नहीं तो प्रधानमंत्री जी को भी बधाई नहीं।
ऐसे पीएम को क्यों बधाई दूं जो भाईचारा को समाप्त करना चाहता है
मुकेश सहनी ने आगे कहा कि ऐसे पीएम को क्यों बधाई दूं जो भाईचारा को समाप्त करना चाहता है कैसे ऐसे प्रधानमंत्री को बधाई दूं जो जनता की चुनी सरकार को रातोंरात गिरा दे और अपनी सरकार बना ले, एक मछुआरा का बेटा संघर्ष कर चार विधायक बनाये और जब उनकी बात नहीं माने तो उन विधायकों को खरीद ले। गरीब, पिछड़ा के हक अधिकार को दूसरे में बांटने वाले और बाबा साहेब अंबेडकर के सपने को कुचलने वाले तथा आरक्षण खत्म करने के लिए सभी सरकारी संस्थाओं को निजीकरण करे, युवाओं को बेरोजगार रखे, अग्निवीर योजना के जरिये युवाओं को 22 साल में रिटायर कराने की योजना लाये हो। ऐसे प्रधानमंत्री को कैसे बधाई दूं।