प्रखंड के हरदीटेढ़ा माई स्थान समीप मुख्य सड़क किनारे निर्माणाधीन पॉवर सब स्टेशन पर मंगलवार को आक्रोशित ग्रामीणों ने वहां कार्य में लगे मजदूरों को भी भगा दिया।
ये है वजह
ग्रामीणों ने बताया कि मेघौली से निकलकर एक नहर इधर आती है। इस नहर से हीं होकर एक नाला निकला हुआ था। जिसके माध्यम से सिसवा, दहड़वाटोला और सितवापुर गांव के सरेह का सैकड़ों एकड़ खेत पटवन होता था। लेकिन जिस भूमि पर पॉवर सब स्टेशन बनाया जा रहा है, वहां नाला को मिट्टी से भरकर बंद कर दिया है। जिसके चलते अब खेतों की सिंचाई नहीं हो पा रही है। साथ ही उनलोगों ने कहा कि जबतक नाला नहीं खुलेगा अथवा उसका निर्माण नहीं कराया जाएगा तब तक यहां निर्माण कार्य नहीं करने दिया जाएगा।
अंचलाधिकारी ने ये कहा
इस मामले पर अंचलाधिकारी राहुल कुमार ने बताया कि जिस भूमि पर पीएसएस का निर्माण किया जा रहा है, वहां नक्शा में किसी प्रकार का कोई नाला व पइन नहीं है। वह भूमि आम गैरमजरुआ है। पीएसएस निर्माण के लिए 50 डिसमिल भूमि का एनओसी दिया गया है।
विद्युत सहायक अभियंता ने ये कहा
विद्युत सहायक अभियंता सुधीर कुमार ने कहा कि बिहार सरकार की ओर से विद्युत विभाग को यह भूमि हस्तांतरित की गई है। पीएसएस का निर्माण कार्य 50 डिसमिल भूमि पर करवाया जा रहा है।जिसका एनओसी अंचल प्रशासन ने दिया है। हालांकि निर्माण कार्य कितनी राशि से हो रही है, यह स्पष्ट नहीं किया जा सकता।
शिकायत की गई दर्ज
विद्युत सहायक अभियंता प्रशांत कुमार के बताया कि पॉवर सब स्टेशन के निर्माण कार्य को बार-बार रोक दिया जा रहा है। जबकि उक्त भूमि का अंचल प्रशासन द्वारा एनओसी दिया गया है। अब इस मामले में शिकारपुर थाना को लिखित शिकायत की गई है। ताकि निर्माण कार्य नहीं रुके।