बिहार में जदयू और राजद की दोस्ती और महागठबंधन सरकार पार्ट 2 को एक साल से अधिक वक्त बीत चुका है। इसके बाद भी दोनों दलों के बीच कई मामलों में मतभेद उभरते रहते हैं। हालांकि शीर्ष नेतृत्व यानि जदयू की ओर से नीतीश कुमार और राजद की ओर से लालू-तेजस्वी यादव एक दूसरे के दलों पर डायरेक्ट वार से बचते हैं। यह अलग बात है कि राजद की ओर से कुछ नेता नीतीश पर टिप्पणी कर देते हैं। तो कभी जदयू के नेता लालू-तेजस्वी पर बोल जाते हैं। लेकिन बात एक हद से आगे नहीं जाती। इस बार डायरेक्ट वार नीतीश कुमार ने राजद के नेताओं पर किया है। यह वार राजद नेताओं के इरादों पर हैं, जिसमें नीतीश कुमार को खोट दिखी है।
दरअसल, ऊर्जा विभाग के कार्यक्रम में पहुंचे सीएम नीतीश कुमार ने राजद नेताओं पर भरे मंच से वार किया है। नीतीश कुमार राजद नेताओं की उस बयानबाजी से नाराज हैं, जिसमें शिक्षक नियुक्ति का पूरा क्रेडिट राजद नेता अपनी पार्टी को देने का प्रयास कर रहे हैं। नीतीश कुमार इसी से खुश नहीं हैं। ऊर्जा विभाग के कार्यक्रम में पहुंचे नीतीश कुमार ने अपने लहजे में नरमी और चेहरे पर हंसी रखते हुए नीतीश कुमार ने बुधवार को कहा कि “जो भी काम हो रहा है वह राज्य सरकार कर रही है।” उन्होंने वहां बैठे राजद के मंत्री आलोक मेहता से कहा कि “अपना और अपनी पार्टी का क्रेडिट लेने में मत लगे रहिए।”
ऊर्जा विभाग के कार्यक्रम के दौरान नीतीश कुमार के इस तेवर से अलग ही माहौल बन गया है। इस दौरान नीतीश कुमार ने कहा कि मीडिया में सब पार्टी अपनी अपनी बात छपवा देती है। राजद की ओर इशारा करते हुए कहा कि सबलोग बयान देते हैं कि हमने ये कर दिया, वो कर दिया। मंत्रीगण यहां बैठे हुए हैं (आलोक मेहता की ओर देखते हुए), हम तो कहेंगे कि आप यह कहिए कि सब राज्य सरकार ने किया है। ये नहीं बोलिए कि हम ही सबकुछ कर दिए हैं। सीएम नीतीश ने इस दौरान मीडिया से अपनी नाराजगी जताई कि मीडिया में हमको छोड़कर सब छपता है। पहले ये लोग हमको भी खूब छापते थे, आजकल बिल्कुल नीचे कर दिया गया है।