बिहार में सियासी माहौल एक बार फिर गर्म हो चुका है। इस बार CM नीतीश कुमार के पार्टी के नेता ही पार्टी के खिलाफ बगावती तेवर दिखा रहे हैं। दरअसल जेडीयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा की वजह से बिहार की राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। उपेंद्र कुशवाहा ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस की। इस प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने नीतीश कुमार के बचाव के लिए खुद को उनका सिपाही बताया। साथ ही कुशवाहा ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि JDU-RJD के बीच में अगर कोई डील हुई है, तो उसे बताना चाहिए। कुशवाहा के इस बयान के बाद से ही बयानबाजी तेज हो गई है। अब इस बयान पर BJP की ओर से सुशील मोदी ने भी प्रतिक्रिया दी है।
लालू को फिर धोखा देंगे नीतीश
सुशील मोदी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उपेंद्र कुशवाहा ने जो मुद्दे उठाये हैं उसका जवाब नीतीश कुमार को देना चाहिए। उन्होंने भविष्वाणी की है कि बिहार की राजनीति में 2023 में काफी उथल पुथल होगा। उन्होंने जगदानंद के बात का जिक्र करते हुए कहा कि राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने भी पिछले दिनों कहा था कि 2023 के प्रारंभ में तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे और नीतीश कुमार केंद्र की राजनीति करेंगे। खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि 2025 का नेतृत्व तेजस्वी यादव करेंगे। उनके इस बयान से साफ झलक रहा है कि कोई न कोई डील तो हुई है।
नीतीश को गद्दी भी छोड़नी पड़ जाएगी
वही सुशील मोदी ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते कहा कि एक बार फिर वह लालू को धोखा देने जा रहे हैं। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के सिंगापुर से लौटने तक इंतजार कीजिये जो डील हुआ है उसके अनुसार यदि नीतीश कुमार ने काम नहीं किया तो उन्हें गद्दी भी छोड़नी पड़ जाएगी।