जब से बिहार शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने रामचरित मानस को लेकर विवादित बयान दिया है तब से महागठबंधन सरकार की गांठे ढीली पड़ती दिख रही है। शिक्षा मंत्री के बयान पर राजद और जेडीयू का अपना अलग-अलग मत है। हाल ऐसा है कि इसे लेकर खुद राजद के अंदर भी सब एकमत नहीं है। एक ओर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव गोलमटोल जवाब दे रहे हैं। वही दूसरी ओर राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह शिक्षामंत्री के समर्थन में मोर्चा संभाले हुए हैं। इन सबके बीच जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने एक ही तीर से जगदानंद सिंह ओर उनके बेटे और पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह को अपने निशाने पर लिया है। उन्होंने दोनों को महागठबंधन को कमजोर करने वाला एलिमेंट तक बता दिया।
जगदानंद सिंह पर निशाना
दरअसल बीते दिन को पप्पू यादव गया के खिजरसराय में एक कार्यक्रम में शामिल हुए। इसी कार्यक्रम में उन्होंने महागठबंधन में हो रही खटपट को लेकर एक बड़ा बयान दिया। जगदानंद सिंह द्वारा शिक्षा मंत्री का समर्थन किए जाने को लेकर आपत्ति जाहिर की। उन्होंने सवाल उठाया कि जब जगदानंद सिंह जब 5 महीने के लिए चले गए थे तो फिर पार्टी क्यों ज्वाइन किया। वो अपने बयानों से महागठबंधन को कमजोर करने का काम कर रहे हैं।
‘सुधाकर पर कार्रवई क्यों नहीं?‘
पपु यादव ने सुधाकर सिंह पर कर्रवाई ना किए जने को लेकर भी सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकर बनने पर बिहार जनता में एक उम्मीद जगी थी लेकिन अब स्थिति ‘खोदा पहाड़ निकली चुहिया’ वाली हो गई है। महागठबंधन के नेता ही एक दूसरे को औकात दिखने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुधाकर सिंह पिछले कई महीनों से महागठबंधन के नेता नीतीश कुमार को गाली दे रहे हैं। नीतीश कुमार को शिखंडी तक कह चुके हैं। लेकिन अभी तक उनपर कर्रवाई क्यों नहीं हुई है। राजद और जेडीयू नेताओं के बीच बयानबाजी रुक नहीं रही है। पर इसे लेकर नीतीश-तेजस्वी मौन धारण किए हुए हैं। स्थिति ऐसी रही तो 2024 के चुनाव में कुछ भी खास नहीं होने वाला है।