संसद में दो लोगों ने लोकसभा में हंगामा मचाया और दो ने बाहरी परिसर में। पूरे देश में इसको लेकर चर्चा है और संसद की सुरक्षा में इस चूक की जांच चल रही है। लोकसभा सचिवालय ने 8 कर्मियों को निलंबित भी कर दिया है। तो दूसरी ओर विपक्ष के सांसदों द्वारा इस सुरक्षा चूक पर हंगामा करने के आरोप में 15 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया है। लेकिन जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुंगेर सीट से लोकसभा सांसद इस घटना के घटने के बाद भी दो बातों का शुक्र मना रहे हैं।
ललन सिंह ने कहा कि सरकार विपक्षी सांसदों को निलंबित कर अपनी नाकामी छुपाने का प्रयास कर रही है। विपक्ष में भय पैदा किया जा रहा है। ऐसे शासन नहीं चलता है। अगर गृह मंत्री इस मुद्दे पर बयान दे देते तो दिक्कत क्या थी? लेकिन सरकार ने अपनी नाकामी छुपाने के लिए सांसदों को निलंबित कर दिया। वे निलंबित करते रहें, जो मन हो करें। बहुमत है उनके पास। लेकिन यह सही नहीं है।
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने आगे कहा कि भगवान का शुक्र है कि कल जो दो लोग संसद में घुसे थे, वे मुसलमान नहीं है। अगर भूल से भी वे मुसलमान होते, तो आप देखते कि ये लोग पूरे देश और दुनिया में क्या तूफान मचा देते। ललन सिंह ने आगे कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी के किसी सांसद ने इन लोगों के प्रवेश की अनुशंसा होती तो सरकार का रवैया देखते।