रमजान के आखिरी शुक्रवार को राजधानी पटना में नमाज के बाद अतीक अहमद के समर्थन में नारे बाजी की गई थी। पटना जंक्शन के पास स्थित जामा मस्जिद में मुस्लिम समुदाय के लोग नमाज पढ़ने के लिए गए हुए थे। नमाज पढ़ने के बाद उनमें से कुछ लोगों ने ‘शहीद अतीक अहमद अमर रहे’ और ‘योगी- मोदी मुर्दाबाद’ के नारे लगाए थे। इसका वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहा है। हालांकि इस मामले में अबतक कोई भी FIR दर्ज नहीं किया गया है। पटना पुलिस का कहना है कि वो पहले इस मामले की जांच करेगी उसके बाद ही कोई एक्शन लिया जाएगा।
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“शहीद हैं अतीक अहमद“
बता दें कि जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उसमें अतीक अहमद के समर्थन में नारेबाजी कर रहाएक शख्स ने अपना नाम रईस अंसारी उर्फ रईस गजनबी बता रहा है। वो पटना जंक्शन के पास ही अपनी के दुकान चलता है। उसने कहा था कि आज हमने अल्लाह से अतीक अहमद और अशरफ अहमद की शहादत को कबूल फरमाने की दुआ मांगी है। साथ ही उसने ये आरोप भी लगाया कि योगी सरकार ने पूरी प्लानिंग कर उसको मरवाया है। अतीक अहमद को रोजा के दिनों में अपराधियों ने मारा है। इसलिए वो पूरी दुनिया के नजर में शहीद हैं । उसने आगे कहा कि कोई गलत काम है तो उसके लिए कोर्ट है। पुलिस ने कोर्ट में लिखकर उसकी रिमांड ली थी। उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी ली थी। उसे सजा होती। फांसी पर चढ़ा दिया जाता तो हम लोग कुछ नहीं बोलते।
पुलिस करेगी जांच
इस पुरे मामले को लेकर पुलिस का रुख भी समने आया है। पटना एसपी वैभव शर्मा ने कहा कि पुलिस जांच कर रही है कि आखिर इसके पीछे मोटिव क्या था, इसको लेकर किसी भी तरह की अफवाह न फैलाई जाए। फिलहाल जो जो भी त्योहार होने वाला है लोग उसे शांतिपूर्वक मनाए। वही FIR की बात से नकारते हुए उन्होंने कहा कि भी कोई FIR दर्ज नहीं की गई है। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मस्जिद प्रबंधन कमेटी ने झाड़ा पल्ला
पटना जामा मस्जिद में नमाज के बाद हुई नारेबाजी से मस्जिद प्रबंधन कमिटी ने भी अपना पल्ला झाड़ लिया है। प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष मो. फैसल इमाम का कहना है कि जिसने भी नारेबाजी की है उसे नेता बनने का शौक चढ़ा था। तभी उसका दिमाग खराब हो गया है। अतीक अहमद का मामला यूपी का है तो ये यूपी सरकार समझे और यूपी के लोग समझे। बिहार में लॉ एंड आर्डर बेहतरीन है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जैसा कोई मुख्यमंत्री भी हिस्दुस्तान में नहीं है।