आरजेडी नेता और राज्यसभा सांसद मनोज झा ने बुधवार (17 अप्रैल) को पटना स्थित पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने संविधान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। मनोज झा ने भारत का संविधान दिखाते हुए केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि वो संविधान बदलने की बात करते हैं। ये संविधान सबकी गारंटी लेता है। शिक्षा रोजगार सहित सभी मुद्दों की गारंटी देती है। नरेंद्र मोदी इसको बदलने की बात करते हैं।
मनोज झा ने कहा कि संविधान में संशोधन हो सकता है, आप बदल नहीं सकते हैं। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत ने 9 वर्ष पहले संविधान की समीक्षा की बात कही थी। केंद्र पर हमला करते हुए कहा कि ये लोग आरक्षण खत्म करने वाले हैं। देश की जनता इसका ख्याल रखे। उन्होंने कहा कि ये संविधान नहीं रहेगा तो देश नहीं रहेगा। बस नागपुर के विधान रहेगा। देश की जनता को संविधान बचाना है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मनोज झा ने कहा कि सब कुछ संविधान से लिया गया है। प्रधानमंत्री इस पर क्यों नहीं बोलते हैं? हम समानता की बात करते हैं और ये उत्पीड़न वाले हैं, इनको उत्पीड़न पसंद है। पीएम मोदी के एक बयान पर मनोज झा ने कहा कि यही प्रधानमंत्री हैं जो दो करोड़ नौकरी की बात कर रहे थे। लोगों ने वोट किया। हुआ क्या? इनकी बातों पर कौन भरोसा करेगा?
मनोज झा ने कहा कि बिहार में नौकरी का मतलब तेजस्वी यादव है। यहां प्रधानमंत्री इस पर बात नहीं कर रहे हैं। रोजगार और मणिपुर के मुद्दे पर क्यों नहीं बोल रहे हैं? हमें प्रचारमंत्री मिले हैं। नरेंद्र मोदी को आईना लेकर चलना चाहिए। आइना उनको सच दिखायेगा।
लालू यादव जनसभा में नही जाने वाले बयान पर उन्होंने कहा कि लालू यादव नहीं होते तो बयान देने वाले आज कुर्सी पर नहीं बैठते। इंडिया गठबंधन के नेता एक मंच पर नहीं हैं। इसको लेकर मनोज झा ने कहा कि अभी बड़ी-बड़ी रैली होगी। थोड़ा इंतजार कीजिए। मनोज झा ने यह भी कहा कि सीएम नीतीश अपने प्रत्याशी के प्रचार में नही जा रहें है, इससे मुझे भी दुख है और जेडीयू के कार्यकर्ताओं और नेताओं में भी खुशी नहीं है।