राजनीतिक बयानवीरों ने बिहार को रणभूमि बना रखा है। खास कर राजद नेताओं द्वारा दिए गए बयानों को लेकर खुब खींचतान मची हुई है। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बयानवीरों को चेतावानी भी दे चुके हैं। लेकिन इसके बावजूद भी एक के बाद एक राजद नेताओं के बयान पर बवाल मच जा रहा है। सबसे पहले शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव के रामचरित मानस पर दिए विवादित बयान को लेकर हंगामा बरपा। जिसमें उन्होंने रामचरित मानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताया था। उसके बाद सहकारिता मंत्री सुरेंद्र यादव ने कहा था कि जब-जब चुनाव आता है भाजपा देश के सैनिकों पर हमला कराती है।
वहीं ताजा बयान राजस्व मंत्री आलोक मेहता का आया है।उन्होंने EWS आरक्षण को लेकर कहा कि जिन्हें आज 10% में गिना जाता है वह पहले मंदिर में घंटी बजाते थे और अंग्रेजो के दलाल थे। उनके इस बयान को लेकर एक बार फिर सियासत गरमा गई है। भाजपा नेता और विधान परिषद नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधारी राजद पर जम कर बरसे। उन्होंने राजद पर देश को तोड़ने की साजिश का आरोप भी लगाया है।
‘सबके साथ से होगा देश का विकास’
नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधारी ने कहा कि बिहार की राजनीति में जिस तरह का बयान राजद नेताओं द्वारा दिया जा रहा है। इससे ये स्पष्ट है कि ये लोग जाति और धर्म के नाम पर देश को तोड़ना चाहते हैं। राजद के एक मंत्री देश के सैनिकों के साथ खिलवाड़ करने का प्रयास कर रहे हैं। दूसरा मंत्री रामचरितमानस के साथ खिलवाड़ करना चाहता है। वही राजस्व मंत्री आलोक मेहता के निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि राजद के एक और मंत्री का बयान सामने आया है उन्हें ये पता होना चाहिए की राजद के नेता लालू प्रसाद यादव की उत्पत्ति पंडित रघुनाथ झा जी की कृपा से हुई थी।
सम्राट अशोक की उत्पत्ति भी पंडित चाणक्य ना होते तो नहीं हो पाता। इसलिए देश में सभी के सहयोग लेकर ही आगे बढ़ा जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबका साथ, सबका विकास और सबके प्रयास की बात करते हैं। जिसका भाजपा द्वारा पूरी शक्ति के साथ पालन भी किया जा रहा है। सबके साथ रह कर ही देश का विकास होगा।