चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर अपने जनसुराज यात्रा के दौरान अलग-अलग मुद्दों पर प्रतिक्रिया देते रहते हैं। वो कभी बिहार सरकार तो कभी केंद्र सरकार को अपने निशाने पर लेते रहते हैं। फिलाहल उनकी यात्रा सारण जिले में चल रही है। जहां उन्होंने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए बालू के अवैध खनन का मुद्दा उठाया। उन्होंने बालू के अवैध कारोबार में प्रशासन की मिलीभगत का भी आरोप लगाया।
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“बालू का अवैध खनन चल रहा“
सारण के दिघवारा पहुंचे प्रशांत किशोर ने कहा कि पिछले 5-7 सालों से NH-19 पर जो अवैध बालू के ट्रक चल रहे हैं, उसकी वजह से हर रोज 8 से 10 घंटे का जाम लगा रहता है। जो दलाल सड़क पर खड़े रहते हैं, वो हर ट्रक पर 10 से 12 हजार रुपये लेते हैं। लोग बताते हैं कि एक हजार से ज्यादा ट्रक हर रोज यहाँ से बालू लेकर जाती है। उसके साथ आस-पास के गांवों में ट्रकों से उड़ने वाली धूल से दमा और साँस के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। ये बहुत आश्चर्य वाली बात है कि NH 19 पर 1 दिन, 2 दिन नहीं पिछले 5 सालों से लगातार जाम की समस्या बनी हुई है और प्रशासन इसको लेकर कोई कदम नहीं उठा रहा है।
ज़्यादतर गाँव की सड़कों की स्थिति भी बालू के टैक्टरों और ट्रकों की वजह से खराब हो गई है। पदयात्रा के दौरान जो लोग मिलते हैं, वे बताते हैं कि मुख्यमंत्री के सामने भी इस माफिया राज की समस्या को रखा है लेकिन अभी तक इसको लेकर कोई सक्रिय कदम नहीं उठाया गया है। इस पूरे बालू माफिया प्रकरण को चलाने के लिए दलाल प्रशासन को लगातार पैसे देते हैं और दो नंबर की कमाई के लिए पुलिस महकमे में NH-19 के तीन थानों में थानेदार होने के लिए 1 करोड़ रुपये तक की रिश्वत दी जा रही हैं।