सारण जिले के कोपा थाना अंतर्गत नयका बाजार गांव में उत्पाद विभाग की टीम ने छापेमारी के दौरान शराब कारोबारियों के भागने पर रास्ते से गुजर रहे एक फर्नीचर व्यवसायी को एक डंडा लगा दिया। इसके बाद हार्ट अटैक से उसकी मौके पर मौत हो गई। इतना देखने के बाद ग्रामीणों का गुस्सा भड़क गया और उन लोगों ने उत्पाद विभाग की टीम को बंधक बनाकर हंगामा करना शुरू कर दिया। जिसके बाद स्थानीय थाना के साथ कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। लेकिन आक्रोशित लोग मानने को तैयार नहीं थे और गांव में आधी रात तक लोगों का हंगामा जारी रहा। उत्पाद विभाग की टीम बंधक बनी रही। ग्रामीणों का आरोप था कि उसमें मौजूद कुछ पुलिसकर्मी नशे में धुत्त थे।
मृ’त व्यवसायी जिले के रिविलगंज थाना क्षेत्र के खैरवार गांव निवासी स्वर्गीय भरत सिंह के 55 वर्षीय पुत्र सुरेश सिंह बताए गए हैं, जो कि कोपा थाना क्षेत्र में फर्नीचर की दुकान चलाते हैं। ग्रामीणों का कहना था कि उत्पाद विभाग की टीम गांव में शराब के खिलाफ छापेमारी कर रही थी। उसी बीच दो कारोबारी भाग रहे थे, जिनका पुलिस पीछा कर रही थी। तभी, साइकिल से आ रहे सुरेश सिंह को भी पुलिस ने डंडा लगा दिया और उसी क्रम में उन्हें हार्ट अटैक आया जिसके कारण उनकी मौत हो गई।
यह देखकर ग्रामीण भड़क गए उनका कहना है कि शराब के खिलाफ छापेमारी करने पहुंची पुलिस आम लोगों के साथ भी दुर्व्यवहार करती है। काफी मशक्कत और लोगों को समझाने बुझाने के बाद पुलिस ने बंधक बनाये गये पुलिस कर्मियों को छुड़ाया। हालांकि उनकी भी जांच माउथ एनालाइजर से किए जाने की बात बताई जा रही है। फिलहाल इस विषय पर सारण एसपी डॉक्टर गौरव मंगला स्वयं संज्ञान लेकर जांच कर रहे हैं।