लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के साथ ही नेताओं के बीच वार-पलटवार का दौर शुरू हो गया है। अभिनेता से नेता बने बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा ने इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने इसे चंदा का धंधा करार दिया है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों को चुनावी बांड योजना के माध्यम से चंदा मिला, लेकिन बीजेपी ने जबरन वसूली और ब्लैकमेल के लिए इस प्रणाली का इस्तेमाल किया। शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि यह भाजपा ही थी जिसने राजनीतिक फंडिंग के लिए चुनावी बांड योजना शुरू की थी। उन्होंने कहा कि आपने रास्ता साफ कर दिया, अगर अन्य लोग इसमें कूद पड़े तो क्या समस्या है?
‘दान प्राप्त करने वाली पार्टियों की सूची में तृणमूल कांग्रेस दूसरे स्थान पर है’, इस सवाल का जवाब देते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि क्या तृणमूल कांग्रेस या किसी अन्य विपक्षी दल ने जबरन वसूली या ब्लैकमेल का सहारा लिया है? क्या उन्होंने दबाव डाला है अगर आप चंदा नहीं देंगे तो ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स आपके पीछे पड़ जाएंगे? क्या चुनावी बॉन्ड के जरिए चंदा देने वालों को हजारों करोड़ के ठेके मिले हैं?
बीजेपी का हाल 2004 लोकसभा चुनाव जैसा होगा
पटना एयरपोर्ट पर मुंबई रवाना होने से पहले टीएमसी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीजेपी का हाल 2004 लोकसभा चुनाव जैसा होने वाला है। इंडिया शाइनिंग वाला हश्र इस बार फिर से होकर रहेगा। 150 से 175 सीट भी जीत जाए तो बहुत है।
शत्रुघ्न सिन्हा ने 2004 के लोकसभा चुनाव याद करते हुए कहा कि 2004 की तरह इस बार भी जनता बीजेपी को सत्ता से बाहर कर सकती है। 20 साल बाद यह बड़ा बदलाव होगा। उन्होंने कहा “मैं भी उस सरकार का हिस्सा था। प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी बहुत अच्छा कर रहे थे, लेकिन उनकी पार्टी चुनाव हारी और मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बने। “