राजद के विधायक व बिहार के पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। वह अक्सर मुख्यमंत्री को लेकर राजनीतिक हमला करते हुए नजर आते है। हर बार सुधाकर सिंह का बयान नए विवाद दे जाता है। लेकिन इस बार सुधाकर सिंह का तेवर कुछ बदला-बदला नजर आ रहा है। इस कड़ी में उन्होंने अब नया बयान या बोले पलटा हुआ बयान CM नीतीश को लेकर दिया है। पिछले दिनों भी उन्हों यह कहा था कि मैं मुख्यमंत्री के विरुद्ध किसी तरह का असंसदिये भाषा का प्रयोग नहीं किया हूं। वही अब भी सुधाकर यह कह रहे है कि मैंने आज तक राज्य के मुख्यमंत्री को गाली नहीं दी और कभी कह भी नहीं सकता। इसके साथ ही सुधकर ने नीतीश कुमार को नई चुनौती भी दे डाली है।
नीतीश पर अनदेखी करने का आरोप
दरअसल, पूर्व कृषि मंत्री और आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह शनिवार को एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कैमूर पहुंचे थे। वहां उन्होंने दही भोज एवं किसान गोष्ठी को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार पर एक बार फिर हमला किया साथ ही आरोप भी लगाया। सुधाकर सिंह ने सीएम नीतीश पर किसानों की समस्या को अनदेखी करने का आरोप लगाया। पूर्व मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि मैंने आज तक राज्य के मुख्यमंत्री को गाली नहीं दी और कभी कह भी नहीं सकता। उन्होंने आगे कहा कि मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी का छात्र हूं मेरे पास शब्द के वार भी हैं और शब्द के प्यार भी हैं।
मुख्यमंत्री इतनी प्रशंसा करेंगे कि चीनी भी फेल पड़ जाएगी
इस तंज के साथ सुधाकर सिंह ने नीतीश कुमार को चुनौती भी दे दी। उन्होंने कहा कि अगर मेरे शब्दों से बचना है तो राज्य के मुख्यमंत्री को किसानों के हक में फैसले ले लेना चाहिए। सुधाकर ने आगे कहा कि अगर नीतीश कुमार किसान के हद में फैसला लेते है तो वह मुख्यमंत्री इतनी प्रशंसा करेंगे कि चीनी भी फेल पड़ जाएगी।
सुधाकर के खिलाफ RJD द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी
बता दें कि पिछले दिनों ही सुधाकर द्वारा CM नीतीश पर गलत टिप्पणी देने को लेकर राजद ने सुधाकर सिंह पर कारण बताओ नोटिस जारी की थी। साथ ही सुधाकर सिंह को स्पष्टीकरण के लिए 15 दिनों का समय दिया है। इसपर सुधाकर सिंह ने भी कहा था कि उन्होंने कोई भी असंसदीय शब्द का प्रयोग नहीं किया है ना ही कुछ भी गलत बोला है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि मैं नीतियों, सिद्धांतों और संविधान से बंधा हुआ हूँ। पार्टी ने जो नोटिस दिया है उसपर समय सीमा के अंधर मैं अपना पक्ष रखूँगा।क्योंकि यह पार्टी का अंदरूनी है, इसलिए नोटिस में क्या लिखा है और उनका क्या जवाब दिया जाएगा ये सार्वजानिक तौर पर बताना सही नहीं है।