बिहार की सत्ता में राजद की एंट्री के बाद एक साल से अधिक का वक्त बीत चुका है। इस दौरान राजद के पास कोई राजनीतिक चुनौती नहीं रही क्योंकि नीतीश कुमार और जदयू के साथ राजद का गठबंधन अभी तक किसी विवाद में शामिल नहीं हुआ। इस एक साल में ही तेजस्वी यादव, आधिकारिक तौर पर राजद में लालू प्रसाद यादव के बाद दूसरे सबसे ताकतवर नेता घोषित किए जा चुके हैं। लेकिन हकीकत यह है कि तेजस्वी यादव अपने बागी नेताओं पर एक्शन लेने से हिचकते हैं। एक्शन की बात तक पहुंचने वाले तेजस्वी यादव, एक्शन ले नहीं रहे।
पहले सुधाकर सिंह का बवाल
महागठबंधन की सरकार बनने के बाद कृषि मंत्री बने राजद विधायक सुधाकर सिंह ज्यादा दिनों तक अपने पद पर नहीं रह सके। नीतीश कुमार को कोसते कोसते सुधाकर सिंह के पास इस्तीफा देने का विकल्प आया, जिसे उन्होंने स्वीकार करते हुए मंत्रिमंडल से एग्जिट कर लिया। लेकिन नीतीश कुमार के खिलाफ बोलते रहे। हालत यहां तक हो गई तेजस्वी यादव मीडिया के सामने सुधाकर सिंह पर नाराजगी दिखाते रहे। पार्टी की ओर से अब्दुल बारी सिद्दीकी ने सुधाकर सिंह को नोटिस भी दिया। लेकिन सुधाकर सिंह ने कभी अपना बयान नहीं बदला और न ही पार्टी की ओर से कार्रवाई हुई।
सुनील सिंह पर भी कोई कार्रवाई
राजद के एमएलसी व लालू परिवार के करीबी सुनील सिंह भी पिछले कई महीनों से जदयू पर तंज कसते हैं, खुलेआम आरोप लगा चुके हैं। लेकिन इसको लेकर भी तेजस्वी यादव ने सार्वजनिक तौर पर कभी कुछ नहीं कहा। सुनील सिंह पर भी कार्रवाई तो दूर नोटिस भी नहीं दिया गया। यही नहीं सुनील सिंह अपनी बातों पर कायम भी रहे।
चेतन पर भी नाराज
तेजस्वी यादव अभी विधायक चेतन आनंद से भी नाराज हैं। नाराजगी का कारण यह है कि चेतन आनंद ने सीधे राजद के ही राज्यसभा सांसद मनोज झा के खिलाफ मोर्चा खोला है। चेतन आनंद और मनोज झा के बीच शुरू हुआ विवाद बिहार की राजनीति में जातीय टिप्पणियों का केंद्र बन गया है। विवाद शुरू हुआ तो तेजस्वी यादव बिहार से बाहर थे। पटना लौटते ही तेजस्वी यादव ने यह कहा कि चेतन आनंद को जो भी दिक्कत थी, पहले पार्टी के फोरम पर बात करना चाहिए था। स्पष्ट है कि तेजस्वी यादव इस मुद्दे पर चेतन आनंद से नाराज हैं। यही नहीं तेजस्वी यादव ने चेतन आनंद के स्टैंड को गलत भी बताया है। लेकिन चेतन पर कार्रवाई की कोई पहल नहीं हुई है। यह स्थिति तब है जब चेतन का स्टैंड तेजस्वी के उस नारे के खिलाफ हैं, जिसमें तेजस्वी राजद को ए टू जेड की पार्टी होने का दावा करते हैं।