बिहार के बाद यूपी नगर निकाय चुनाव से भी रद्द होने का खतरा टल गया है। दरअसल इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यूपी नगर निकाय चुनाव का रास्ता साफ कर दिया है। कोर्ट ने नगर निकाय चुनाव बिना ओबीसी के करवाने का आदेश दिया है। मतलब ओबीसी के लिए आरक्षित सीटों पर सामान्य सीट की तरह चुनाव कराया जाएगा। इस फैसले के बाद से बिहार में राजनीति शुरू हो गई है। जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भाजपा पर जमकर हमला बोला है। ललन सिंह भाजपा को आरक्षण विरोधी बताने में लगे हैं। बता दें कि बिहार में भी नगर निकाय चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई की तारीख 20 जनवरी तय की गई है। हालांकि इसके बावजूद भी बिहार में OBC आरक्षण के साथ निकाय चुनाव हो रहा हैं।
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‘भाजपा का आरक्षण विरोधी‘
यूपी नगर निकाय चुनाव को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले पर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि भाजपा का आरक्षण विरोधी चेहरा उजागर हो गया है। बीजेपी शासित राज्यों में आरक्षण का यही हश्र है। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साबित कर दिया है कि उनके रहते आरक्षण व्यवस्था में कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता है। अतिपिछड़ा आरक्षण व्यवस्था के साथ बिहार में नगर निकाय चुनाव संपन्न हो रहा है। बिहार में भाजपाई साज़िश नाकाम हुई और उत्तरप्रदेश में भाजपा सरकार बेनकाब हुई है । स्पष्ट है कि इनके नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पिछड़ा चेहरा बनावटी और केवल दिखावा है।
भाजपा का आश्वासन
ललन सिंह के बाद भाजपा की तरफ से सुशील मोदी ने मोर्चा संभाला। उन्होंने इशारों में ललन सिंह पर तंज कसते हुए यूपी की जनता को आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि UP की चिंता न करें। बिना OBC आरक्षण के नगर निकाय चुनाव नहीं होगा। योगी सरकार OBC आरक्षण के लिए ही सुप्रीम कोर्ट जा रही है। नरेंद्र मोदी के रहते कोई आरक्षण ख़त्म नहीं कर सकता।