राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 76 वें शहादत दिवस के अवसर पर मंगलवार को भितिहरवा आश्रम जीवन कौशल विकास ट्रस्ट के प्रांगण में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। प्रार्थना सभा का आरंभ कस्तूरबा कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं के द्वारा बापू के प्रिय भजन ‘रघुपति राघव राजाराम’ से किया गया। इस दौरान बा और बापू के प्रतिमा पर सभी अतिथियों व उपस्थित जनसमूह के द्वारा पुष्पार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस दौरान मुख्य अतिथि ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष राकेश राव व अन्य अतिथियों का आम्र पल्लव का मुकुट पहनाकर स्वागत किया गया।
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मौन रखकर दी श्रद्धांजलि
बापू के शहादत पर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक इंद्रजीत कुमार शर्मा ने किया। वहीं मुख्य अतिथि राकेश राव ने कहा कि गांधी जी सत्य को ईश्वर और ईश्वर को सत्य के रूप में मानते थे। सत्य हमेशा हितकर और आनंदयुक्त है। इसमें शोक या अहित के लिए कोई स्थान नहीं है। इसलिए सत्य का सुख आनंद भी शाश्वत होता है।
वहीं, विद्यालय के प्राचार्य सुदिष्ट कुमार ने कहा कि गांधी अहिंसा के पुजारी थे। अहिंसा के बल पर उन्होंने देश को आजादी दिलाई थी। गांधीजी के पास अद्भुत नेतृत्व क्षमता थी। उनके अहिंसा के सिद्धांत को पूरी दुनिया ने सलाम किया। इस मौके पर वरिष्ठ शिक्षक चंद्रकिशोर महतो, दयाशंकर पटवारी, पूजा जायसवाल, जितेन्द्र यादव, हेमंत महतो, गोविन्द कुमार सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। ट्रस्ट के लोगों द्वारा बापू के शहादत दिवस पर सामूहिक उपवास किया गया।