वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के मंगुराहा गेस्ट हाउस के सभागार में देर शाम वनजीवों की सुरक्षा हेतु वन प्राणी सप्ताह मनाया गया। इसमें विभिन्न बीओपी के एसएसबी जवान तथा गौनाहा व सहोदरा पुलिस के अधिकारी शामिल थे। वन जीवों की सुरक्षा तथा उनके अंगों के तस्करी पर रोक लगाने हेतू एसएसबी के जवान व पुलिस अधिकारियो को विशेष प्रशिक्षण दिया गया। नेचर इनवायरमेंट एण्ड वाइल्ड लाईफ सोसाइटी (न्यूज़) के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिषेक ने एसएसबी व पुलिस अधिकारीयों को प्रशिक्षण देते हुए कहा कि किसी भी बनजारे या बहेलिये को जंगल मे प्रवेश नही करने दें। यह जंगली जानवरों को मारकर उनके अंगों की तस्करी कर देश-विदेश में ले जाते हैं, जहां उन्हें मोटी रकम मिल जाती है। उन्होंने विभिन्न जीवों के अंगों के कीमतों की विस्तार पूर्वक जानकारी दी।
इस अवसर पर डब्लू-डब्लू एफ इंडिया के परियोजना अधिकारी अक्षय जैन ने बाघ संरक्षण के विषय में सभी को विस्तार पूर्वक जानकारी दी एवं उनसे वन जीवों के सुरक्षा में सहयोग करने की अपील की। बाल्मीकि व्याघ्र परियोजना प्रमंडल एक के फील्ड बायोलॉजिस्ट पंकज ओझा ने भी अपना विचार व्यक्त किया। भारतीय वन सेवा के प्रशिक्षु डीएफओ राहुल कुमार अग्रवाल ने एसएसबी व पुलिस अधिकारियों से वन जीवों की सुरक्षा की अपील करते हुए कहा कि जंगल में प्रवेश करने वाले सभी लोगों से गहन पूछताछ करें तथा उनका आधार कार्ड मांग कर रजिस्टर पर चढ़ाएं ताकि यह पता चल सके कि कौन व्यक्ति कब जंगल में आया तथा कब जंगल से बाहर आया।
डब्लू-डब्लू एफ इंडिया के परियोजना पदाधिकारी बांकेलाल प्रजापति ने मानव वन जीव सुरक्षा हेतु अपना विचार व्यक्त किया। रेंजर सुनील कुमार पाठक ने जंगल एवं वन्य जीव की सुरक्षा पर अपना विचार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापन किया। प्रशिक्षण में मंगुराहा एसएससबी के इंस्पेक्टर मनोज कुमार, गौनाहा थाना के एसआई उमाशंकर शर्मा, लालबाबू राय, सुदामा कुमार, एएसआई महेश गौड़, सहोदरा थाना के एसआई विपिन शुक्ला व वीरेंद्र कुमार मांगुराहा प्रशिक्षण मे शामिल थे। प्रशिक्षण में जम्हौली, पिराड़ी, बलवल, भीखनाठोरी, भतुजला, मानपुर, पचरौता व पड़रिया बीओपी के एसएसबी जवान शामिल थे।