झंझारपुर (मधुबनी): मेहथ गांव निवासी राजेंद्र झा के पुत्र सुबोध झा (24) और भवानीपुर बिरसायर गांव की काजल कुमारी की शादी इन दिनों खूब चर्चा में है। शादी के दिन सांप के काटने के बाद भी दूल्हे को चिकित्सकों ने बचाया और शादी संपन्न कराई।
शादी से पहले सांप काट गया
दरअसल, सुबोध झा और काजल कुमारी की शादी शुक्रवार को होनी थी। शादी के दिन ही सुबोध को विषैले सांप (करैत) ने काट लिया। परिजन उसे झंझारपुर अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराए। सुबोध के शरीर में विष होने के लक्षण पाए गए। चिकित्सकों की पूरी टीम सुबोध के इलाज में जुट गई।
मेडिकल टीम के सहयोग से हुई शादी
शाम होते-होते करीब 40 वायल एंटी-वेनम इंजेक्शन सुबोध को लगाए गए। आम लोगों को यही आशंका थी कि शायद अब यह शादी अगली तिथि में होगी। हर कोई सुबोध के ठीक होने की प्रार्थना कर रहा था। जब शादी का शुभ मुहूर्त का समय आया, तो दुल्हन और दुल्हन पक्ष के लोगों के विशेष आग्रह पर दूल्हा सुबोध को अस्पताल से बिरसायर गांव लाया गया।
अस्पताल से घर लाकर हुई रस्में पूरी
फिर शादी की हर रश्म निभाई गई। एक तरफ शादी की रस्म अदा हो रही थी, दूसरी तरफ मेडिकल टीम के स्टाफ हर पल दूल्हे पर नजर रखे हुए थे। जल्दी-जल्दी सिंदूरदान होते ही मेडिकल टीम ने दूल्हे को अनुमंडलीय अस्पताल ले जाकर भर्ती किया। फिर से ट्रीटमेंट शुरू हुआ। सुबह तक आठ वायल एवीएस फिर दिया गया।
दूल्हा हुआ स्वस्थ
शुक्रवार दोपहर बाद से लेकर शनिवार सुबह तक इलाज चलता रहा। अस्पताल का हर कर्मी दूल्हे के ठीक होने और शादी हो जाने की दुआ कर रहा था। सभी नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टर की मेहनत रंग लाई। अंततः लड़के की शादी भी हुई और वह शनिवार दोपहर बाद स्वस्थ होकर ससुराल पहुंच गया।
चिकित्सकों और मेडिकल टीम की सराहना
इस घटना में झंझारपुर अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सकों और मेडिकल टीम ने जो मानवीय संवेदना दिखाई, उसकी हर तरफ सराहना हो रही है। लोगों का कहना है कि सुबोध और काजल की शादी एक चमत्कार है।